फ़िरोज़ाबाद, उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद स्थित मेडीकल कॉलेज में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली का अंदाजा बिजली न आने के कारण पेड़ के नीचे ओपीडी चलने से लगाया जा सकता है।
दरअसल अस्पताल में क्षय रोग विभाग की ओपीडी में बिजली नहीं आने से मरीजों का इलाज बाहर पेड़ के नीचे करना पड़ रहा है। जिलाधिकारी ने मंगलवार को इस पर संज्ञान लेते हुए जांच के निर्देश दिए हैं।
फिरोजाबाद मेडिकल कॉलेज के क्षय रोग विभाग के डॉक्टरों ने पिछले दिनों बिजली ना आने की वजह से पेड़ के नीचे बैठकर मरीजों को देखा और उन्हें दवा लिखी। इस मामले में जिलाधिकारी से पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल को जांच का निर्देश दिया गया है। जांच रिपोर्ट के आधार पर ही कानून सम्मत कार्रवाई की जायेगी।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक फिरोजाबाद मेडिकल कॉलेज के क्षय रोग विभाग में बिजली खराब होने पर सभी डॉक्टरों ने पेड़ के नीचे ओपीडी लगा दी और खुले में ही मरीजों को देख कर उन्हें दवाइयां भी लिखीं। जब विभाग के एचओडी डा सौरव यादव से इस संबंध में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि विभाग में बिजली नहीं आ रही और इनवर्टर भी डिस्चार्ज है इसलिए बाहर बैठकर मरीजों को देखना पड़ा। इस संबंध में जिलाधिकारी रवि रंजन से बात की, तो उनका कहना था कि मामला अभी उनके संज्ञान में आया है। उन्होंने कहा, ‘मैंने मेडिकल कॉलेज की प्रिंसिपल संगीता अनेजा को जांच के बाद सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं।’
इस मामले में अस्पताल प्रशासन की लापरवाही सामने आई है। बता दें कि खुले में टीबी के मरीजों के इलाज से अन्य लोगों में संक्रमण का खतरा हो सकता है।