नई दिल्ली, उत्तरप्रदेश में 15 वर्षो के बनवास को समाप्त करके सत्ता हासिल करने के लिए पूरा जोर लगा रही भाजपा अपने चुनावी घोषणापत्र में विकास और कानून एवं व्यवस्था की स्थिति को बेहतर बनाने को केंद्रीय विषय बना सकती है।। पार्टी अध्यक्ष अमित शाह शनिवार को लखनउ में घोषणापत्र जारी करेंगे। घोषणापत्र जारी करते समय लखनउ में शाह के साथ भाजपा के कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहेंगे। सूत्रों ने बताया कि घोषणापत्र में सुशासन, राज्य में भ्रष्टचार मुक्त सरकार प्रदान करना सुनिश्चित करने जैसे मुद्दों को प्राथमिकता दी जा सकती है। घोषणापत्र में पार्टी शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों को रेखांकित करेगी। भाजपा उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव विकास के मुद्दे पर लड़ेगी और पार्टी कुछ रोजगार सृजन करने वाले कार्यक्रमों की घोषणा भी कर सकती है। राज्य में चुनाव में भाजपा गैर यादव अन्य पिछड़ा वर्ग और गैर जाटव अनुसूचित जाति मतदाताओं पर ध्यान केंद्रित कर रही है। पार्टी इन दो वर्गो को ध्यान में रखते हुए घोषणापत्र में कुछ विशिष्ट योजनाओं का उल्लेख कर सकती है। उल्लेखनीय है कि भाजपा ने अब तक 371 उम्मीदवारों की सूची जारी की है जिसमें से 80 दलित और करीब 130 विभिन्न पिछड़ी जाति के उम्मीदवार हैं। साल 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने राज्य की 80 सीटों में 71 पर जीत दर्ज की थी। हालांकि आसन्न विधानसभा चुनाव में सपा और कांग्रेस का गठबंधन हुआ है जबकि बसपा अकेले चुनाव लड़ रही है।