लखनऊ, ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में भाग लेने आये विदेशी उद्यमियों ने उत्तर प्रदेश में निवेश के माहौल की सराहना की है।
इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी 4.0 के दूसरे दिन मंगलवार को ‘यूपी- भारत में विदेशी निवेश के लिए उभरता गंतव्य’ संगोष्ठी के दौरान विभिन्न उद्योग समूहों के प्रतिनिधियों ने अपने विचार रखे। इस दौरान लुलु समूह के चेयरमैन एमए यूसुफ अली, शराफ ग्रुप के उपाध्यक्ष मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) शराफुद्दीन शराफ, एयर लिक्विड के एमडी बेनोइट रेनार्ड, डोर्ना के सीईओ कार्मेलो एस्पेलेटा और ग्रीनको ग्रुप के प्रतिनिधि ने प्रदेश में निवेश के बेहतरीन माहौल की सराहना की।
लुलु समूह के अध्यक्ष और एमडी एमए यूसुफ अली ने कहा कि विदेशी निवेश में खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र समेत कई क्षेत्रों में निवेश की बेहतरीन संभावनाएं हैं। निवेशक निवेश से पहले चार चीजें देखते हैं: दूरदर्शी नेतृत्व, संसाधन, अच्छा बुनियादी ढांचा और व्यापार करने में आसानी। ये सारी चीजें हमारे पास भारत और उत्तर प्रदेश में हैं।
शराफ ग्रुप के उपाध्यक्ष मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) शराफुद्दीन शराफ ने कहा कि एक आदमी, एक परिवार, एक समाज अपना पैसा वहीं निवेश करना चाहता है जहां वे पूरी तरह संतुष्ट हो और आश्वस्त हो कि उसका निवेश उत्पादक होगा। भारत और यूपी के साथ हमारा रिश्ता मील का पत्थर हासिल करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। ऐसा सिर्फ इसलिए है क्योंकि हम दोनों एक-दूसरे के साथ परिवार की तरह व्यवहार करते हैं।
एयर लिक्विड के एमडी बेनोइट रेनार्ड ने कहा कि जब भी आवश्यकता हुई, हमें उत्तर प्रदेश और भारत में निवेश के अपने निर्णय के लिए व्यापक समर्थन मिला है। एयर लिक्विड समूह की ओर से, मैं आने वाले वर्षों में भारत में प्रगतिशील निवेश के प्रति अपनी मजबूत प्रतिबद्धता व्यक्त करना चाहता हूं।
डोर्ना के सीईओ कार्मेलो एस्पेलेटा ने मोटोजीपी भारत जैसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम की मेजबानी करने के लिए यूपी सरकार द्वारा प्रदान किए गए अवसर की सराहना की। उन्होंने बताया कि मोटोजीपी ने 12,000 रोजगार के अवसर पैदा किए हैं। यूपी आने वाले हमारे 80 प्रतिशत दर्शक बाहर से आए। विशेष रूप से, 5,000 अंतर्राष्ट्रीय कर्मचारियों और पत्रकारों ने विदेशों से इसमें भाग लिया। वर्ष 2023 मोटोजीपी के लिए एक महत्वपूर्ण और सकारात्मक मील का पत्थर साबित हुआ।
ग्रीनको ग्रुप के प्रतिनिधि महेश पाण्डे ने बताया कि अन्य राज्यों में जहां प्रथम अनुमोदन चरण को पार करने में कम से कम दो से ढाई साल लगते हैं वहीं छह महीने के भीतर हमें यह मंजूरी दिलाने वाला उत्तर प्रदेश पहला राज्य है। यह निवेश न केवल भारत को ‘आत्मनिर्भर’ बनाएगा बल्कि हरित ऊर्जा के मामले में भी यूपी को अग्रणी बनाएगा।