लखनऊ, उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में नौ जिलों की 55 सीटों के लिये सोमवार को शुरु हुये मतदान में सुबह नौ बजे तक औसतन 9.45 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
निर्वाचन आयोग से प्राप्त जानकारी के अनुसार सभी नौ जिलों में ठंड की परवाह नहीं करते हुये मतदान के प्रति लोगों का उत्साह देखा जा रहा है। मतदान निर्धारित समय सुबह सात बजे शुरू हुआ जो शाम छह बजे तक चलेगा। इस अवधि में कतार में खड़े लोगों को छह बजे के बाद भी मतदान का अवसर दिया जायेगा।
सुबह नौ बजे तक अमरोहा में सबसे ज्यादा 10.83 फीसदी लोग मतदान के लिये घरों से बाहर निकले जबकि बरेली में सबसे कम 8.36 फीसदी मतदान हुआ। इसके अलावा सहारनपुर में 9.77 प्रतिशत, बिजनौर में 10.01 प्रतिशत ,मुरादाबाद 10.03 प्रतिशत,संभल 10.78 प्रतिशत,रामपुर 8.37 प्रतिशत,बदायूं 9.14 और शाहजहांपुर 9.18 फीसदी लोगों ने कतारबद्ध होकर वोट डाले।
इस दौरान 12,544 मतदान केन्द्रों के 23,404 मतदेय स्थलों पर सुरक्षा के चाकचौबंद इंतजाम है। मतदान स्थलों पर कोविड प्रोटोकाल का पालन किया जा रहा है। सुरक्षा की दृष्टि से संवेदनशील विधान सभा क्षेत्रों के रूप में चिन्हित नगीना, धामपुर, बिजनाैर, असमोली, संभल, देवबन्द, रामपुर मनिहारन एवं गंगोह के 4917 मतदान स्थलों काे ‘अति संवेदनशील’ श्रेणी में रखते हुये सुरक्षा के अतिरिक्त इंतजाम किये गये हैं।
सभी नौ जिलों में मौसम साफ रहने और धूप खिलने से मतदान प्रतिशत में बढ़ोत्तरी के आसार हैं। वर्ष 2017 में विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में 11 जिलों की 67 सीटों पर करीब 66.5 फीसदी मतदान हुआ था।
इस चरण में नौ जिलों के 2.02 करोड़ मतदाता 69 महिला उम्मीदवारों समेत कुल 586 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला ईवीएम में कैद कर देंगे। मतदान वाली 55 सीटों में से लगभग 25 सीटों पर मुस्लिम मतदाता और 20 से अधिक सीटों पर दलित मतदाता हार जीत का फैसला करते हैं। इस वजह से इन जिलों की मुस्लिम और दलित बहुल सीटों वाले इलाके समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के गढ़ माने जाते हैं।
पिछले विधानसभा चुनाव में मोदी लहर के चलते भाजपा ने 55 में से 38 सीटें जीती थीं जबकि सपा को 15 और उसके सहयोगी दल कांग्रेस को दो सीटें मिली थीं। पिछले चुनाव में इस इलाके से बसपा का खाता भी नहीं खुल सका।
दूसरे चरण के चुनाव मैदान में योगी सरकार के तीन मंत्री और सपा के कद्दावर नेता आजम खान सहित अन्य वरिष्ठ नेता किस्मत आजमा रहे हैं। इनमें मंत्री सुरेश खन्ना शाहजहांपुर सीट पर, गुलाबो देवी संभल जिले की चंदौसी सीट पर और बलदेव सिंह औलख रामपुर जिले बिलासपुर सीट से चुनाव मैदान में हैं। जबकि पूर्व मंत्री धर्मपाल सिंह आंवला सीट पर भाजपा के उम्मीदवार हैं।
इनके अलावा विरोधी खेमे में आजम खान रामपुर सदर सीट पर, उनके बेटे अब्दुल्ला आजम खान स्वार सीट पर, पूर्व मंत्री धर्मपाल सिंह सैनी सहारनपुर की नकुड़ सीट से और महबूब अली अमरोहा सीट पर मैदान में डटे हैं।
गौरतलब है कि पहले चरण में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 11 जिलों की 58 विधानसभा सीटों पर 10 फरवरी को शांतिपूर्ण तरीके से मतदान संपन्न हो चुका है। इस चरण के मतदान में पिछले चुनाव की तुलना में तीन प्रतिशत कम यानि 60.17 प्रतिशत मतदान हुआ था। अब सभी की निगाहें दूसरे चरण के मतदान पर टिकी हैं।