वर्ष 2007 से 2012 तक पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने वाली बसपा हाल में सम्पन्न विधानसभा चुनाव में महज 19 सीटें जीतकर आत्ममंथन की स्थिति में है। पार्टी मुखिया मायावती ने ताजा हालात में अपना रुख बदलते हुए प्रदेश के आसन्न स्थानीय निकाय चुनाव में अपने आधिकारिक चिहन हाथी के साथ मैदान में उतरने का फैसला किया है। इसके अलावा यह पार्टी गुजरात विधानसभा चुनाव भी लडने जा रही है, जहां पिछले 15 साल से भाजपा का वर्चस्व है।