लखनऊ, उत्तर प्रदेश विधानमंडल के शीतकालीन सत्र की पूर्व संध्या पर सोमवार को सर्वदलीय बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष से सार्थक चर्चा की अपेक्षा की।
विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने वर्ष 2023 के तृतीय सत्र के महत्व पर प्रकाश डालते हुए सभी दलीय नेताओं से सहयोग की अपेक्षा की जिस पर सभी नेताओं ने उन्हें आश्वस्त किया कि वह सदन के संचालन में पूरा सहयोग करेंगे। इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष ने आग्रह किया कि सदस्य सदन में केवल हाजिरी न लगाए बल्कि सदन में उपस्थिति भी रहें जिससे प्रदेश का विकास हो सके। सदन में हम सभी को मिलकर जनहित में सामूहिक चर्चा करनी चाहिए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी दलीय नेताओं का स्वागत करते हुए कहा कि देश के सबसे बड़े राज्य उप्र के वर्ष 2023 के तृतीय सत्र करने जा रहे हैं जो संसदीय मर्यादाओं के अनुरूप होगा। उन्होंने कहा कि सदन एक सार्थक चर्चा का माध्यम होता है। हम सब लोगों ने सदैव सदन को बढ़ चढकऱ चलाने का काम किया। जिसे देश दुनिया में सराहा गया।
उन्होने कहा कि अब लोग विकास को अपना मुद्दा बनाते है। विधायक निवासों की सुरक्षा को लेकर प्रमुख सचिव गृह का ध्यानाकर्षण करते हुए पुख्ता इंतजाम किये जाने के भी निर्देश दिये है। वहीं गरीबों कमजोर मरीजों के इलाज पर दिये गये अनुदानों पर सभी दलीय नेताओं ने इसकी सराहना की।
बैठक में नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव की जगह समाजवादी पार्टी के सचेतक मनोज कुमार पाण्डेय ने बजट सत्र में अपने दल का पूरा सहयोग करने तथा सकारात्मक चर्चा किये जाने पर अपनी सहमति जताई। इस अवसर पर नेता अपना दल रामनिवास वर्मा, नेता लोकदल राजपाल बालियान, नेता सुहेलदेव पार्टी ओम प्रकाश राजभर, नेता निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल के अनिल कुमार त्रिपाठी, कांग्रेस की नेता आराधना मिश्रा, (मोना) जनसत्ता दल (लोकतांत्रिक) के नेता रघुराज प्रताप सिंह, राजा भईया एवं नेता बहुजन समाज पार्टी, उमाशंकर सिंह सहित सभी दलीय नेताओं ने मुख्यमंत्री एवं विधानसभा अध्यक्ष को सदन चलाने में पूर्ण सहयोग करने का आश्वासन दिया। इससे पूर्व कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में समिति के सदस्यों ने अपने अपने विचार रखे।