सहारनपुर, वैश्विक महामारी कोविड-19 के दौरान उपजी मानसिक स्वास्थ्य से जुडी समस्याओं से निपटने में योग ने महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है।
योग गुरू गुलशन कुमार ने मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर बताया कि कोविड के शिकार हुए लोग ठीक होने के बावजूद अभी भी तनाव, डिप्रेशन, एन्गजाईटी समेत अनेक मानसिक परेशानियां का अब भी सामना कर रहे हैं जिससे बाहर निकलने में योग ने महती भूमिका निभायी है।
योगी ने बताया कि योग तन व मन दोनो को स्वस्थ करने की प्रक्रिया है। योग शरीर को लचीला रखता है। अंगो की कठोरता को कम करता है और रक्त संचार बढाता है , मांसपेशी के गठन व विकास में मददगार है वही मस्तिष्क की जटिलताओं को कम करता है तनाव को दूर करता है। सेरोटोनिन की मात्रा को बढाता है। मन में हर्ष व प्रसन्नता उत्पन्न करता हैं जिससे जीवन की उलझने व चिन्ताए कम होती हैं।
उन्होंने बताया विश्व स्वास्थ्य संगठन भी मेंटल हेल्थ के लिए योग की सिफारिश करता है। योग में मानसिक स्वास्थ्य के लिए सूक्ष्म योग क्रिया अत्यधिक कारगर है इसके साथ प्राणायाम हमारी आन्तरिक प्रणाली को शुद्ध बनाता है विचारो को नयी दिशा देता है । जबकि ध्यान से मन को विश्रान्ति मिलती है।
गुलशन कुमार ने बताया कि कुछ मानसिक रोगियों को यौगिक इंजन दौड , कपाल भांति व कैथार्सिस का अभ्यास कराया जा सकता है जिससे व शीघ्र मानसिक रोगो से बाहर निकल आते है । इनसे एड्रोफिन व डोपामाइन मस्तिष्क रसायन जल्दी निकलते है जिससे शीघ्र लाभ होते देखा गया है।
यह भी देखने में आया है एक तरह की आसन प्राणायाम पद्धति अक्सर सभी को फायदा नही करती रोगी की मनोस्थिति व शारीरिक अवस्था के अनुसार ही योग की पद्धतियों को तय किया जाता है।