नई दिल्ली, राज्यसभा में नोटबंदी को लेकर जारी चर्चा जारी है। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि इससे किसानों और छोटे उघोग से जुड़े लोगों को नुकसान हुआ है। उन्होने कहा कि नोटबंदी संगठित लूट है। मनमोहन सिंह ने कहा कि इस देश में 90 प्रतिशत लोग गैर-संगठित क्षेत्र में रहते हैं। ऐसे में सहकारी बैंकों पर रोक लगाने से गांव के लोग बदहाल होंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उच्च सदन में मौजूद हैं। पीएम मोदी की मौजूदगी में राज्यसभा में नोटबंदी पर चर्चा शुरु हो गई है।
पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने राज्यसभा में नोटबंदी को लेकर जारी चर्चा के दौरान कहा कि हम नोटबंदी के खिलाफ नहीं हैं। आम लोगों को नोटबंदी लागू करने से हुई बदइंतजामी से लोगों को तकलीफ हुई है, उसके खिलाफ हैं।नोटबंदी लागू करने में पीएमओ पूरी तरह से फेल साबित हुई है। इससे देश की अर्थव्यवस्था को नुकसान हुआ है। किसान और छोटे उघोग से जुड़े लोगों को इससे काफी नुकसान हुआ है। करेंसी सिस्टम पर लोगों का भरोसा कम हुआ है।
मनमोहन सिंह ने कहा कि पीएम मोदी ने लोगों से 50 दिन का समय मांगा है। यह 50 दिन भी गरीबों के लिए काफी पीड़ादायक साबित होगी। इसकी वजह सरकार द्वारा किए गए अबुझ फैसला ही मुख्य वजह होगा।राज्यसभा में चर्चा के वक्त पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने पीएम मोदी से लोगों की परेशानी दूर करने का आग्रह किया।सपा के नरेश अग्रवाल ने नोटबंदी पर राज्यसभा में जारी चर्चा में हिस्सा लेते हुए कहा कि यह फैसला आनन-फानन में बड़े उघोगपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए लिया गया है। सपा सांसद ने नोटबंदी के फैसला को राष्ट्रहित से जुड़ा नहीं मानते हुए कहा कि यह सिर्फ यूपी चुनाव को ध्यान में रखकर लिया गया फैसला है।
बीएसपी सुप्रीमों मायावती ने नोटबंदी पर प्रधानमंत्री मोदी द्वाारा शुरु किए गए सर्वे को प्रायोजित बताते हुए फर्जी करार दिया गया। मायावती ने इस फैसले को गरीब, किसान और दलित विरोधी करार दिया।
उम्मीद है कि नोटबंदी पर प्रधानमंत्री मोदी राज्यसभा में बयान देंगे। इस बात की जानकारी केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने दी है। इस बीच राज्यसभा की कार्यवाही लंच के लिये स्थगित कर दी गयी है।