नई दिल्ली, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहा कि एक रैंक, एक पेंशन (ओआरओपी) को वे अर्थपूर्ण तरीके से लागू करें। यह बात उन्होंने एक पूर्वसैनिक द्वारा कथित तौर पर इस मुद्दे को लेकर की गई आत्महत्या की पृष्ठभूमि में कही है। उन्होंने कहा कि सैनिकों को अपना हक पाने के लिए संघर्ष करने की जरूरत नहीं पड़नी चाहिए। राहुल गांधी ने ट्वीटर पर लिखा, मैं प्रधानमंत्री से एक बार फिर अपील करता हूं, सैनिकों को अपने हक के लिए संघर्ष न करना पड़े। ओआरओपी को अर्थपूर्ण तरीके से लागू किया जाना चाहिए। उन्होंने आगे लिखा, मेरी संवदेनाएं सूबेदार राम किशन ग्रेवाल के परिवार के साथ हैं। उनके निधन के बारे में जानकार बेहद दुख पहुंचा। हरियाणा के भिवानी जिले के 70 वर्षीय पूर्व सैनिक राम किशन ग्रेवाल ने कल शाम जवाहर भवन के पीछे के लॉन में कथित तौर पर खुदकुशी कर ली थी। पुलिस ने बताया कि ग्रेवाल कुछ अन्य पूर्व सैनिकों के साथ मिलकर ओआरओपी के मुद्दे पर रक्षा मंत्रालय में ज्ञापन देने की तैयारी कर रहे थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चार दिन पहले लिखे पत्र में राहुल ने कहा है, बहादुर सैनिकों के प्रति आभार केवल शब्दों के जरिए ही नहीं बल्कि अपने कार्यों के जरिए भी व्यक्त कीजिए। इस पत्र में राहुल ने मोदी सरकार के सैनिकों के लिए काम करने के संकल्प पर सवाल उठाते हुए प्रधानमंत्री से कहा है कि पहले वे एक रैंक, एक पैंशन योजना को अर्थपूर्ण तरीके से लागू करें और वेतन विसंगतियों समेत उनकी अन्य शिकायतों का निवारण करें। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री से कहा कि बीते कुछ हफ्तों में सरकार ने जिस तरह के फैसले लिए हैं उनसे उन्हें बहुत दुख पहुंचा है क्योंकि उनसे सैनिकों को भरोसा तो नहीं बल्कि इसके बजाए उन्हें दर्द ही मिला है। राहुल ने प्रधानमंत्री को भेजे पत्र में लिखा है कि ऐसे कदम उठाए जाने चाहिए जिससे दीपावली के मौके पर सैनिकों को ऐसा संदेश जाए जिसमें उनके प्रति शब्दों और कार्यों के जरिए आभार व्यक्त हो सके। प्रधानमंत्री ने एक अभियान शुरू किया था जिसके जरिए लोग देश की सीमाओं की सुरक्षा में तैनात जवानों को दीपावली पर शुभकामनाएं और संदेश भेज सकते थे। राहुल ने कहा, हमारे जवानों ने लक्षित हमले किए थे जिसके कुछ ही दिन बाद दिव्यांग पेंशन प्रणाली को नई स्लैब प्रणाली में बदल दिया गया जिससे कई मामलों में विकलांगता होने की स्थिति में इन वीर जवानों को मिलने वाली पेंशन राशि कम हो रही है। उन्होंने आगे कहा, पूर्व सैनिकों की संतुष्टि के लिए ओआरओपी को अर्थपूर्ण तरीके से लागू किया जाना चाहिए। सातवें वेतन आयोग में विसंगतियों को जल्द से जल्द दूर करना चाहिए ताकि जवानों के प्रति आभारी देश से उन्हें जो मिलना है उसके लिए उन्हें संघर्ष न करना पड़े। राहुल ने दावा किया कि सरकार के कुछ फैसलों से हमारे सैन्य बलों का मनोबल गिरा है। इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने आरोप लगाया था कि कांग्रेस ने ओआरओपी मुद्दे को गंभीरता से नहीं लिया इसलिए इसके लिए केवल 500 करोड़ रुपए की राशि निर्धारित की है। राहुल ने कहा, एक जिम्मेदार लोकतंत्र होने के नाते यह सुनिश्चित करना हमारी जिम्मेदारी है कि हम सभी के लिए अपने जीवन को दांव पर लगाने वाले वीर जवानों तक 125 करोड़ लोगों का प्रेम, समर्थन और आभार पहुंच सके।