नई दिल्ली, कोरियाई विशेषज्ञों ने रेल पटरियों पर सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए दोहरी निगरानी प्रणाली और ट्रैक सर्किट के फेल होने की स्थिति में ट्रेन की गति को सीमित करने का सुझाव दिया है। कई हादसे होने के बाद रेल मंत्रालय ने कोरिया और जापान सहित कई विदेशी रेलवे को यहां सुरक्षा बढ़ाने के लिए उपाय सुझाने के मकसद से आमंत्रित किया।
कोरियाई विशेषज्ञों के शिष्टमंडल ने 15 से 24 जनवरी के दौरान भारत का दौरा किया। इस दौरान विशेषज्ञों ने रेल परिचालन और पटरियों के रखरखाव, सिग्नल प्रणाली को लेकर समीक्षा की और सुधार के कई उपाय सुझाए। एक अधिकारी ने बताया कि रेल विभाग के अधिकारियों और इस शिष्टमंडल के साथ शुरूआती दौर की चर्चा हुई है।
कोरियाई विशेषज्ञों ने कानपुर के निकट उस स्थल का दौरा किया जहां पिछले महीने सियालदाह-अजमेर सुपरफास्ट एक्सप्रेस के 15 डिब्बे पटरी से उतर गए थे। इस हादसे में दो लोगों की मौत हो गई थी और 44 लोग घायल हो गए थे। विशेषज्ञों ने दिल्ली प्रभाग में कुछ जगहों पर पटरियों, नियंत्रण कक्ष और रिले रूम का भी दौरा किया।