चेन्नई, द्रमुक अध्यक्ष एम के स्टालिन ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के नाम का प्रस्ताव रखने के अपने निर्णय को सही ठहराते हुये रविवार को कहा कि कोलकाता में यूनाइटेड इंडिया रैली में शामिल होने वाले किसी भी नेता ने इस फैसले को गलत नहीं ठहराया।
यहां एक विवाह समारोह में उन्होंने कहा कि नेताओं के बीच सामान्य राय यह है कि इस सबंध में निर्णय चुनाव के बाद लिया जा सकता है। श्री स्टालिन ने कहा कि उन्होंने द्रमुक की ओर से यह प्रस्ताव रखा था क्योंकि इस सबंध में चेन्नई में उनकी पार्टी द्वारा बैठक आयोजित की गई थी।
उन्होंने कहाए श्चूंकि यह अपेक्षा तमिलनाडु के लोगों की है इसलिए मैंने अगले प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में श्री गांधी के नाम का प्रस्ताव रखा था और इसमें कुछ भी गलत नहीं है।
उन्होंने कहा उनमें से किसी भी नेता ने इस पर सवाल खड़े नहीं किये। चूंकि पश्चिम बंगालए उत्तर प्रदेशए केरल जैसे राज्यों की स्थति अलग है इसलिए वर्तमान में इन दलों का मानना है कि इस संबंध में निर्णय चुनाव के बाद लिया जा सकता है। इस बीच उन्होंने राकांपा नेता शरद पवार के उस बयान का भी उल्लेख किया जिसमें उन्होंने कहा था कि गांधी अगले प्रधानमंत्री बनने के योग्य हैं। स्टालिन ने कहा कि वह दिवंगत नेता एम करुणानिधि के रास्ते पर चल रहे हैं जिन्होंने अपने समय में तत्कालीन कांग्रेस नेता इंदिरा गांधी और उसके बाद तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया को सत्ता में आने और अच्छा प्रशासन देने का निमंत्रण दिया था।
उन्होंने कहा श्इंदिरा गांधी के प्रधानमंत्री बनने पर ऐसा हुआ भी। इसके बाद श्रीमती सोनिया गांधी ने उदारतापूर्वक डॉ मनमोहन सिंह को प्रधानमंत्री बनाया। उन्होंने कहा मैंने द्रमुक की तरफ से गांधी के नाम को अगले प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में पेश किया था। ऐसा होता है या नहींए यह देखने के लिए इंतजार करना पड़ेगा।