हैदराबाद, तेलंगाना में लोकसभा की 17 सीटों में से अपनी झोली में सिर्फ नौ सीटें आने से निराश तेलंगाना राष्ट्र समिति का कहना है कि वह उम्मीद से काफी कम संख्या में सीटें मिलने के कारणों की समीक्षा करेगी। पार्टी इस बार 16 सीट मिलने और केंद्र में सरकार गठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की उम्मीद लगाए बैठी थी।
पार्टी के सूत्रों ने शनिवार को कहा कि मोदी फैक्टर के अलावा और भी कई कारक हैं जिन्होंने भाजपा को अभूतपूर्व जीत दिलाने में मदद की है। उन्होंने उन खबरों को खारिज किया कि पार्टी के खराब प्रदर्शन की गाज कुछ मंत्रियों पर गिर सकती है। टीआरएस को 17 में से जहां नौ सीट मिली हैं, वहीं उसके सहयोगी दल एआईएमआईएम ने अपनी सीट पर कब्जा बरकरार रखा। भाजपा चार सीट जीतने में कामयाब रही और तीन सीटों पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की है।
टीआरएस ने अनुमान जताया था कि राजग और संप्रग किसी को भी बहुमत नहीं मिलेगा। पार्टी का मानना था कि उसे 16 सीट मिलेंगी और वह केन्द्र में अहम भूमिका निभाएगी। सूत्रों ने उन खबरों को खारिज किया कि पार्टी नेता के. चंद्रशेखर राव पार्टी के खराब प्रदर्शन के कारण कुछ नेताओं से बेहद खफा हैं और कुछ मंत्री बदले जा सकते हैं। विधान परिषद के सदस्य पल्ला राजेश्वर रेड्डी ने पीटीआई-भाषा से शुक्रवार को कहा कि कुछ सीटों पर हार के कारण तलाशे जाएंगे।