लखनऊ , मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने केन्द्र के विशेष आर्थिक पैकेज को लेकर विभिन्न विभागों को उत्तर प्रदेश की कार्य योजना शीघ्र प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।
श्री योगी ने शुक्रवार को कहा कि पैकेज में विभिन्न सेक्टराें के लिये प्राविधानों का शत-प्रतिशत लाभ राज्य और जनता के लिए होना चाहिये। योजनाओं को तैयार करते समय रोजगार सृजन, आत्मनिर्भरता और स्वावलम्बन पर विशेष फोकस किया जाये ताकि राज्य की अर्थव्यवस्था को और मजबूत बनाया जा सके।
औद्योगिक विकास, कृषि, वित्त, राजस्व, नगर विकास, एमएसएमई, खाद्य एवं रसद, ऊर्जा, आवास, श्रम, वन, पंचायतीराज और ग्राम्य विकास विभाग के अधिकारियों से कार्य योजना के बाबत जानकारी प्राप्त करने के बाद उन्होंने कहा कि वे अपने सम्बन्धित विभाग पैकेज के प्राविधानों का अध्ययन करते हुए केन्द्र सरकार से समन्वय बनाते हुए काम करें। यह काज प्राथमिकता के आधार पर किया जाये और इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता की गुंजाईश नहीं होनी चाहिये।
उन्होने कहा कि कोविड-19 संक्रमण के खिलाफ विशेष आर्थिक पैकेज को लेकर राज्य की कार्य योजना प्रदेश को आत्मनिर्भरता की ओर ले जाएगी। उन्होंने कहा कि विशेष आर्थिक पैकेज कोविड-19 से उत्पन्न परिस्थितियों में राहत पहुंचाने तथा अर्थव्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में कारगर होगा। राज्य सरकार सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों, एक जनपद-एक उत्पाद योजना के माध्यम से शिल्पकारों, व्यवसायियों और कामगारों को लाभकारी रोजगार से जोड़ने का कार्य कर रही है। कृषि इन्फ्रास्ट्रक्चर, किसानों की आय को बढ़ाने, फूड प्रोसेसिंग, मत्स्य और पशुपालन, हर्बल खेती और मधुमक्खी पालन को भी बढ़ावा देने का कार्य किया जा रहा है। इनके लिए विशेष आर्थिक पैकेज के तहत योजनाएं बनाकर लागू की जाएं।
श्री योगी ने कहा कि सरकार अर्थव्यवस्था और समाज के सभी वर्गों की आवश्यकताओं के प्रति सजग है। आर्थिक पैकेज में विभिन्न सेक्टरों के लिए की गई घोषणाओं द्वारा लाभार्थियों के राहत और कल्याण का काम किया जायेगा।