अम्मान, युवा पुरुष मुक्केबाज विश्वनाथ सुरेश और वंशज ने अंतिम दिन स्वर्ण पदक जीते और इस तरह भारतीय दल ने जॉर्डन की राजधानी अम्मान में आयोजित 2022 एएसबीसी एशियाई युवा एवं जूनियर प्रतियोगिता में 15 स्वर्ण, 10 रजत और 14 कांस्य सहित कुल 39 पदकों के साथ अपने बेहद सफल अभियान का समापन किया।
चेन्नई के विश्वनाथ ने सोमवार देर रात खेले गए 48 किग्रा भार वर्ग के फाइनल में किर्गिस्तान के एर्गेशोव बेकजात के खिलाफ अपनी बड़ी जीत हासिल करने के लिए शानदार प्रदर्शन किया। बाद में सोनीपत के रहने वाले वंशज ने युवा पुरुष वर्ग में दूसरा स्वर्ण हासिल करने के लिए 63.5 किग्रा भार वर्ग के फाइनल में उज्बेकिस्तान के जवोखिर उम्मातालिव पर 4-1 से सनसनीखेज जीत दर्ज की। हालांकि, +92 किग्रा वर्ग में अमन सिंह बिष्ट ने स्थानीय मुक्केबाज सैफ अल-रावशदेह से 1-4 से हार मिलने के बाद रजत पदक के साथ अपने अभियान का समापन करने में सफल रहे।
यह इस प्रतिष्ठित महाद्वीपीय प्रतियोगिता में विश्वनाथ, वंशज और अमन के लिए लगातार दूसरा पदक था क्योंकि विश्वनाथ और वंशज ने बीते संस्करण में रजत जबकि अमन ने कांस्य पदक हासिल किया था।
रमन (51 किग्रा), आनंद यादव (54 किग्रा) और दीपक (75 किग्रा) ने पुरुष वर्ग में सेमीफाइनल के साथ कांस्य पदक जीता। इसके साथ
भारतीय युवा टीम ने सात स्वर्ण, तीन रजत और 8 कांस्य के साथ कुल 18 पदक लेकर तालिका में तीसरा स्थान हासिल किया।
उज्बेकिस्तान और कजाकिस्तान ने 23 और 22 पदकों के साथ क्रमश: पहला और दूसरा स्थान हासिल किया।
युवा महिलाओं में शाहीन गिल, निवेदिता कार्की, तमन्ना, रवीना और मुस्कान ने सोमवार को स्वर्ण पदक हासिल किया।
जूनियर वर्ग में, भारतीय मुक्केबाजों ने आठ स्वर्ण, सात रजत और छह कांस्य सहित कुल 21 पदक जीते। बालिका वर्ग में विनी, यक्षिका, निकिता चंद, विधि, श्रुष्टि साठे, रुद्रिका ने स्वर्ण पदक जीते जबकि लड़कों के वर्ग में कृष पाल और यशवर्धन सिंह चैंपियन बने।
भारतीय जूनियर टीम ने टेबल टॉपर उज्बेकिस्तान से दो पदक कम लेकर पदक तालिका में दूसरा स्थान हासिल किया। भारतीय दल ने 2021 में दुबई में आयोजित टूर्नामेंट के पिछले संस्करण में भी इतने ही पदक हासिल किए थे। इस साल हालांकि भारतीय दल ने कुल 15 स्वर्ण पदक हासिल किए जबकि बीते संस्करण में स्वर्ण पदकों की संख्या 14 थी।
इस टूर्नामेंट में पुरुषों और महिलाओं के दोनों आयु वर्ग (युवा और जूनियर) के मुकाबले एक साथ खेले गए। इसमें भारत, ईरान, कजाकिस्तान, मंगोलिया, ताजिकिस्तान और उजबेकिस्तान सहित 21 देशों के 352 मुक्केबाजों ने हिस्सा लिया।