डुसेलडोर्फ, शरत कमल और मनिका बत्रा ने 2017 विश्व टेबल टेनिस चैंपियनशिप की एकल स्पर्धा के अगले दौर में पहुंचकर भारतीय उम्मीदों को जीवंत बनाये रखा। भारत के छह अन्य खिलाड़ी मुख्य ड्रा के पहले दौर में ही हारकर बाहर हो गये। सभी भारतीय पैडलर को मुख्य ड्रा में सीधे प्रवेश मिला था। महिला और पुरूष दोनों वर्गों के मुख्य ड्रा में 128 खिलाड़ियों को शामिल किया गया था। भारतीयों में शरत, सौम्यजीत घोष और मनिका को वरीयता हासिल थी जबकि बाकी खिलाड़ियों ने रैकिंग के आधार पर मुख्य ड्रा में जगह बनायी थी।
भारतीयों के लिये मिश्रित सफलता वाला दिन रहा। शरत ने स्पेन के जीसस कैंटेरो को आसानी से 4-1 से हराया। इस 43वीं वरीय भारतीय का अगला मुकाबला आस्ट्रिया के डेनियल हैबसोन से होगा। सौम्यजीत घोष से भारतीयों को उम्मीद थी लेकिन वह स्वीडन के एंडटन कालबर्ग से 2-4 से हार गये। महिला वर्ग में मनिका बत्रा ने पोलैंड की क्लाडिया कुसिन्स्का को 11-6, 11-6, 11-3, 11-5 से पराजित किया लेकिन मौमा दास और राष्ट्रीय चैंपियन मधुरिका पाटकर को पहले दौर में हार का सामना करना पड़ा।
मौमा दास आस्ट्रिया की लियु जिया से 1-4 और मधुरिका आस्ट्रेलिया की ले जियान फांग से 0-4 से हार गयी। आयहिका मुखर्जी को भी जापान की हितोमी सातो के हाथों हार झेलनी पड़ी। जापानी खिलाड़ी ने यह मैच 11-4, 11-5, 11-4, 11-3 से जीता। इस बीच शरत कमल और जी सातियान की भारतीय पुरूष युगल जोड़ी अगले दौर में पहुंचने में सफल रही।
उन्होंने इंग्लैंड के लियान पिचफोर्ड और पाल ड्रिंकल को 4-2 से पराजित किया। अगले दौर में उन्हें हालांकि चीन के मा लोंग और जर्मनी के टिमो बोल की कड़ी चुनौती का सामना करना होगा। संयोग से शरत और टिमो बोल दोनों जर्मनी के एक ही क्लब बोरूसिया डुसेलडोर्फ की तरफ से खेलते हैं। इसी तरह से मनिका बत्रा और मौमा दास ने भी पहले दौर में अच्छा प्रदर्शन करके जीत दर्ज की। उन्हें अब याना नोसकोवा और एम तैलाकोवा की रूसी जोड़ी से भिड़ना है।