कानपुर, अंग्रेजों के खिलाफ स्वतंत्रता की लड़ाई लड़ने वाली वीरांगना झलकारी बाई के संघर्ष की दास्तान को पाठयक्रमों मे शामिल करना और सही इतिहास सामने लाना आज की पीढ़ी के लिये बहुत जरूरी है।
यह विचार कोरी समाज स्वाभिमान सम्मेलन के अध्यक्ष, राजेश कुमार, कोरी ने व्यक्त किये। उन्होने कहा कि वीरांगना झलकारी बाई का इतिहास विशेष रूप से एनसीईआरटी की पुस्तकों के पाठयक्रमों मे शामिल किया जाये। कोरी समाज स्वाभिमान सम्मेलन के अध्यक्ष ने केन्द्र और राज्य सरकारों से वीरांगना झलकारी बाई के जन्म दिन 22 नवम्बर को राष्ट्रीय अवकाश घोषित करने की भी मांग की है। उन्होने कहा कि वीरांगना झलकारी बाई के नाम से एक वीरता पुरस्कार भी शुरू किया जाये।