साहिबाबाद, साहिबाबाद विधानसभा सीट के लिए हो रहे चुनाव में वोट डालने पहुंचे समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद अमर सिंह ने कहा है कि सपा में उनकी स्थिति इधर कुआं, उधर खाई वाली हो गई है। वोट डालने के बाद मीडिया से अमर ने सपा और मुलायम से अपने रिश्ते पर खुलकर बात की। मुलायम से दूरी पर अमर ने जवाब दिया कि मैं मुलायम से नहीं मिलता तो आप कहते हैं दूरी हो गई है, मिलता हूं तो अखिलेश कहते हैं कि मैंने नेताजी को भड़का दिया। इसलिए मैं कहना चाहता हूं कि अगर मुलायम सिंह जी को मुझसे मिलना हो तो वो अपना राष्ट्रीय अध्यक्ष (अखिलेश यादव) से इजाजत लेकर मिलें। खुद अखिलेश भी अपने दूत को मुलाकात के वक्त मौजूद रखें ताकि मीटिंग के बाद कोई बतंगड़ न बने।
अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए अमर सिंह ने कहा कि मुझे खलनायक की तरह पेश किया गया। मां-बहन की गालियां दी गईं। बुजुर्गों का अपमान भारत की परंपरा नहीं है। अखिलेश याद करें कि राम का सम्मान इसलिए होता है क्योंकि उन्होंने पिता के कहने पर सत्ता छोड़ वनवास जाना मंजूर किया। श्रवण कुमार ने माता-पिता की सेवा की, भीष्म ने पिता के वचन के लिए विवाह नहीं किया। अखिलेश ने अमर सिंह को वनवास भेज दिया है? सवाल पर अमर ने कहा कि ऐसी बातें न करें। वनवास उसको भेजा जा सकता है जिसका पेशा ही राजनीति हो, मेरा खुद का काम है, बिजनेस है मैं वो करूंगा वनवास नहीं है ये मेरा। बता दें कि पार्टी से निकाले जाने के बाद से अमर सिंह सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से खफा हैं। पिछले दिनों समाजवादी पार्टी से निष्कासित अमर सिंह ने दावा किया था कि रामगोपाल यादव उन्हें मारने की धमकियां दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह रामगोपाल के निशाने पर हैं। वे खुलेआम उन्हें मारने की धमकियां दे रहे हैं।