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नई दिल्ली, राष्ट्रपति चुनाव में भाजपा के उम्मीदवार को किसी भी तरह से वॉकओवर न देने के लिए बड़ी विपक्षी पार्टियां बहुत सतर्क होकर आगे बढ़ रही हैं। उनको आशंका है कि कहीं कोई दल गच्चा देकर विपक्षी एकजुटता में सेंध न लगा दें। अभी किसी विपक्षी दल की तरफ से कोई नकारात्मक संकेत नहीं मिला है। सभी दल अपने स्तर पर विपक्षी एकजुटता की पहल कर रहे हैं।
सभी विपक्षी दलों को एक संयुक्त विपक्षी मजबूत सेक्यूलर उम्मीदवार की तलाश है। इस संबंध मे सोनिया गांधी मई के पहले हफ्ते में समान विचारधारा वाले विपक्षी दलों की बैठक बुला सकती है। जदयू, एनसीपी और माकपा नेताओं ने हालांकि आधिकारिक तौर पर कहा है कि अभी समान विचार धारा वाली पार्टियों को एक साथ लाने पर ही कोशिश चल रही है । नीतीश कुमार ने भी उड़ीसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से बात की है। वहीं कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी फोन पर शरद पवार से बात की है।
अभी तक किसी भी एक नाम पर सहमति नही बन पायी है। जब सभी पार्टियां एक साथ बैठेगी तब नामों पर विचार होगा। जनता दल यूनाइटेड के वरिष्ठ नेता शरद यादव, मुस्लिम उम्मीदवार के तौर पर उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, एनसीपी नेता शरद पवार और गोपाल कृष्ण का नाम राष्ट्रपति चुनाव चर्चा में है। इनमे जनता दल यूनाइटेड के वरिष्ठ नेता शरद यादव का नाम सबसे मजबूती के साथ उभरा है। कोई आश्चर्य की बात नही होगी कि शरद यादव संयुक्त विपक्ष के साझा उम्मीदवार हों।