इटावा, उत्तर प्रदेश में अपने से तीस साल छोटी माशूका से चौथा विवाह रचाने के लिये एक वकील ने खतरनाक साजिश रची मगर पुलिस ने साजिशकर्ता वकील और उसकी माशूका समेत पांच लोगों को गिरफ्तार कर उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार ने सोमवार को बताया कि मामले के खुलासे के लिए करीब 300 कैमरे खंगाले गये और करीब 100 घंटे की रिकॉर्डिंग को चेक किया गया। मामला इटावा के फ्रेंड्स कॉलोनी थाना इलाके का है. दिल्ली-हावड़ा रेल मार्ग पर एक लावारिस शव दो जनवरी को बरामद किया गया था। पुलिस ने शव की शिनाख्त के जरुरी 72 घंटे के लिये उसे पोस्टमार्टम गृह पर रखवा दिया था। चार जनवरी को वकील हेतराम मित्तल (50) दो अन्य साथियों के साथ पहुंचे और शव की पहचान इटावा के रहने वाले अतुल कुमार के रूप में की और उसे अंतिम संस्कार के लिए ले गए।
पुलिस की जांच में पता चला कि शव की पहचान वकील के तय किए हुए लोगों ने की। इसमें कथित रूप से मृतक के पिता दीनदयाल और अभि कुमार अतुल को अपना परिजन बताकर शव ले गए। मामला पूरी तरह खत्म हो चुका था, लेकिन 7 जनवरी को औरैया जिले के धर्मवीर राजपूत ने फ्रेंड्स कॉलोनी थाने में एक प्रार्थना पत्र दिया. इसमें 2 जनवरी को मिले शव को अपना भाई सत्यवीर बताया और कहा कि वह मानसिक रूप से कमजोर था और घर से भाग के आ गया था। उसकी रेलगाड़ी की चपेट में आने की वजह से मौत हो गई थी।
प्रार्थना पत्र से पुलिस सकते में आ गई और शव को ले जाने वाले दीनदयाल और अभि कुमार की तलाश शुरू की, लेकिन उनका कोई पता नहीं चल सका। इसके बाद वकील हेतराम मित्तल को गिरफ्तार कर लिया गया। वकील ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वह अपनी पत्नी से परेशान था और 20 साल की प्रेमिका से शादी करना चाहता था। वह लगभग 5 साल से लड़की संपर्क में है। लड़की के पिता ने वकील के खिलाफ साल 2022 में बहला-फुसलाकर ले जाने का मामला दर्ज कराया था।
मुकदमे से बचने के लिए वकील ने गर्लफ्रेंड की शादी कागजों में अतुल कुमार से करा दी, फिर अनजान शव को अतुल कुमार बताकर उसका अंतिम संस्कार कराया। इसके बाद प्रेमिका के पिता और मां को अतुल की हत्या के आरोप में फंसाने का प्लान बनाया. ताकि दोनों शादी कर सकें। मामले में सगीर अहमद का फर्जी आधार कार्ड अतुल कुमार के नाम से बनाकर आर्य समाज मंदिर और उच्च न्यायालय इलाहाबाद में शादी कराई।
वकील ने अज्ञात शव की तलाश के लिए लगभग आठ महीने तक इंतजार किया. आरोपी ने बड़ा लालच देकर लोगों के फर्जी दस्तावेज बनाकर साजिश को अंजाम दिया। आरोपी की गिरफ्तारी के बाद पत्नी शिखा अग्रवाल ने बताया कि हेतराम हरियाणा के जींद का रहने वाला है। उसने मैट्रिमोनी अप के जरिए साल 2009 में उससे शादी की थी. उसने हरियाणा में पहले एक शादी करके रखी हुई है, दूसरी शादी उसके साथ की हुई है. तीसरी शादी बुलंदशहर में की है और चौथी शादी करने की तैयारी में था।