अमरोहा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मिनी कुंभ कहे जाने वाला गंगा तिगरीधाम मेला रविवार से विधिवत रूप से शुरू हो गया है और प्रदेश के खेलमंत्री चेतन चौहान ने गंगा में दुग्धाभिषेक कर मेले का उद्घाटन किया।
महाभारतकाल से ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण तिगरीधाम गंगा मेला प्रतिवर्ष कार्तिक पूर्णिमा स्नान के अवसर पर गंगा नदी किनारे सप्ताह भर चलता है। जिसमें मीलों दूर से चलकर आने वाले करीब चालीस लाख लोगों के गंगा में पवित्र डुबकी लगाने का रिकॉर्ड मेला बना चुका है। तंबूनगरी मे बसे इस मेले में स्नानए ध्यान तथा दान पुण्यकर श्रद्धालु लाभ अर्जित करते हैं। मेला परिसर में विशुद्ध रूप से ग्रामीण संस्कृति एवं आस्था का संगम हर किसी को सदियों से अपनी ओर आकर्षित करता आया है।
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गत वर्ष नदी के दोनों ओर लगने वाले इस मेले का कुंभ की तरह प्रांतीयकरण करते हुए यहां का दौरा किया था। इस वर्ष भी मुख्यमंत्री के आगमन की संभावनाएं जताई जा रही है। उनके आगमन के संबंध में वरिष्ठ भाजपा नेताओं ने बैठक कर समीक्षा की है। ग्रामीण संस्कृतिए खानपानए वस्त्रविन्यासए लोकगीत एवं ग्रामीण अर्थव्यवस्था की धुरी समझे जाने वाले गंगा मेला तिगरीधाम देश का सबसे अनूठा मेला हैए जो शत प्रतिशत देश का एकमात्र किसान मेला है।
मेले में सबसे ज्यादा किसानों की भागीदारी एवं किसान संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। यह मेला भावनाओं तथा रोमांचकारी एवं आध्यात्म से भरपूर है। हरिद्वार के उत्तराखंड में चले जाने के बाद तथा दिल्ली एवं हरियाणा से सटे यह महाआयोजन प्रदेश की साँझा संस्कृति की पहचान बन चुका है। अतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रचार.प्रसार से यह मेला धार्मिक पर्यटन के रुप में विकसित हो सकता हैंएलेकिन इस मेले में सुविधाओं का अभाव पहले जैसा नजर आ रहा है।