नई दिल्ली, भारतीय और दक्षिण एशियाई विरासत के बारे मंे देश के पहले ऑनलाइन इंटरैक्टिव मंच की शुरुआत इस शनिवार हो रही है। इसके साथ ही उपमहाद्वीप के इतिहास, कला और संस्कृतियों पर अब तक के सबसे बड़े विश्वकोश (इंसाइक्लोपीडिया) की सेवा की शुरुआत हो जाएगी।
गैर सरकारी संस्था राष्ट्रीय विकास कौशल एजेंसी के अध्यक्ष एस. रामादोरई एक समारोह में सहपीडिया के मेंटर पोर्टल के बारे में प्रस्तुति देंगे और इसका उद्घाटन करेंगे। सहपीडिया की कार्यकारी निदेशक डॉ. सुधा गोपालकृष्णन ने बताया कि शोधकर्ताओं के दल से लैस और विभिन्न संस्थानों के सहयोग से शुरू की गई सहपीडिया में विभिन्न स्वरूपों में सामग्री तैयार करने, चर्चा की शुरुआत करने और समीक्षा करने के साथ-साथ सामग्रियों को साझा करने जैसी कई प्रकार की सुविधाएं मिलेंगी।
उन्होंने बताया, सामग्री लिखित, वीडियो, ऑडियो, फोटोग्राफ और समयसीमा जैसे रूपों में होगी। उन्होंने कम्युनिटीज फीचर के माध्यम से उन पर चर्चा शुरू करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा, प्रयोक्ता कम्युनिटीज के अलावा सभी सामग्रियों की पहले सहपीडिया की विशेषज्ञ टीम के द्वारा समीक्षा की जाती है। पूर्व में राष्ट्रीय पांडुलिपि मिशन की अध्यक्षता करने वाली डॉ गोपालकृष्णन ने कहा, हम विभिन्न सामाजिक मीडिया वेबसाइटों के माध्यम से जानकारी को आसानी से साझा करते हैं।