श्रीनगर, कश्मीर घाटी में हिमस्खलन और भूस्खलन की वजह से घाटी को देश के शेष हिस्से से जोडने वाले 300 किलोमीटर लंबे श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग को शनिवार को लगातार पांचवे दिन भी बंद रखा गया। राजमार्ग पर विभिन्न स्थानों पर पिछले एक सप्ताह से सैकड़ों वाहन फंसे हुए हैं। फंसे हुए वाहनों में ज्यादातर ट्रक और तेल के टैंकर शामिल हैं। राजमार्ग के बंद होने की वजह से कश्मीर घाटी में वस्तुओं की कमी हो रही है। चमनवार, शेर बीबी और डिगडोल में भूस्खलन की वजह से कई किलोमीटर सडकों को नुकसान पहुंचा है। सीमा सडक संगठन (बीआरओ) के एक अधिकारी ने बताया कि शैतान नल्लाह में सडकों से बर्फ हटाने का कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। उन्होंने बताया कि काजीगुंड से बनिहाल तक बर्फ हटा ली गई है जिसके बाद एक ओर से सडकों को खोल दिया गया है। अधिकारी ने बताया कि हालांकि बनिहाल में भूस्खलन की वजह से सडकों से मलबे को युद्ध स्तर पर हटाया जा रहा है। गत 2 दिनों से मौसम शुष्क बना हुआ था जिसके कारण बर्फ हटाने के काम में किसी प्रकार की कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ा। इस बीच यातायात पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि बीआरओ और विभिन्न स्थानों पर तैनात यातायात पुलिस अधिकारियों से अनुमति मिलने के बाद ही राजमार्ग पर आवाजाही की अनुमति दी जाएगी। राजमार्ग पर पहले फंसे हुए वाहनों को जाने की अनुमति दी जाएगी।