नयी दिल्ली ,प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में 10वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का मुख्य समारोह जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में होगा।
केंद्रीय आयुष राज्य मंत्री प्रताप राव गणपतराव जाधव ने मंगलवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 10वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का विषय – ‘स्वयं और समाज के लिए’ है जो व्यक्तिगत और सामाजिक कल्याण को बढ़ावा देने में योग की दोहरी भूमिका को उजागर करता है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री ने प्रत्येक ग्राम प्रधान को एक पत्र भेजा है, जिसमें ग्रामीण क्षेत्रों में योग के प्रसार और जमीनी स्तर पर लोगों की भागीदारी को प्रोत्साहित किया गया है।
उन्होंने बताया कि मुख्य समारोह 45 मिनट का होगा और इसमें विभिन्न योगासन किये जाएगें। पूरे समारोह का प्रसारण 22 भारतीय भाषाओं, छह संयुक्त राष्ट्र से मान्यता प्राप्त भाषाओं और नौ अन्य प्रमुख विदेशी भाषाओं में किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पूरी दुनिया में भारतीय राजदूतावास में याेग के कार्यक्रम होंगे। इसके अलावा 170 देशों में योग के कार्यक्रम आयोजित करने की पुष्टि हुई है।
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि श्रीनगर में योग दिवस समारोह स्थल पर एक प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया है। इस प्रदर्शनी में कश्मीर की स्थानीय औषधियों और जुड़ी बूटियों तथा स्टार्टअप के स्टाल लगायें जाएगें।
श्री जाधव ने योग दिवस से संबंधित कार्यक्रमों का ब्यौरा देते हुए बताया कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2024 को चिह्नित करने के लिए आयुष मंत्रालय भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के साथ मिलकर ‘स्पेस के लिए योग’ नामक एक अनूठी पहल का आयोजन कर रहा है। इसरो के सभी वैज्ञानिक और अधिकारी “कॉमन योग प्रोटोकॉल” के दिशानिर्देशों के अनुसार एक साथ योग करेंगे। गगनयान परियोजना की टीम भी अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के वैश्विक अभियान में योगाभ्यास कर भाग लेगी।
इस अवसर पर आयुष राज्य मंत्री ने दृष्टिबाधितों के लिए योग को आसानी से सीखने और अभ्यास करने के लिए ‘सामान्य योग प्रोटोकॉल पुस्तक ब्रेल’ और बच्चों के लिए ‘प्रोफेसर आयुष्मान’ नामक एक कॉमिक पुस्तक का लोर्कापण किया गया।
योग के क्षेत्र में प्रौद्योगिकी और स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने के लिए, आयुष मंत्रालय ने ‘योग टेक चैलेंज’ प्रतियोगिता का आयोजन किया है। इस प्रतियोगिता का उद्देश्य उन स्टार्टअप्स या व्यक्तियों की पहचान करना और उन्हें बढ़ावा देना है जिन्होंने योग से संबंधित उपकरण, विकसित सॉफ्टवेयर और संबंधित उत्पाद बनाए हैं।
दिल्ली में, आयुष मंत्रालय ने 21 जून को सामूहिक योग कार्यक्रम आयोजित करने के लिए नई दिल्ली नगरपालिका परिषद, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण और दिल्ली विकास प्राधिकरण के साथ समझौते किए हैं। मंत्रालय को ब्रह्मकुमारी, आर्ट ऑफ लिविंग, पतंजलि, गायत्री परिवार, ईशा योग केंद्र, इंटर-यूनिवर्सिटी सेंटर फॉर योगिक साइंसेज, हार्टफुलनेस और अन्य जैसी सामाजिक संगठनों से भी सहयोग मिल रहा है।
जनता को शामिल करने के लिए, आयुष मंत्रालय ने कई प्रतियोगिताओं और गतिविधियों का शुभारंभ किया है। एक पहल “परिवार के साथ योग” वीडियो प्रतियोगिता है, जिसे भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद के साथ मिलकर आयोजित किया गया है। यह प्रतियोगिता दुनियाभर के परिवारों को योग समारोहों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करती है। वीडियो जमा करने की अंतिम तिथि 30 जून है।
श्री मोदी के सितंबर 2014 में संयुक्त राष्ट्र महासभा को दिए गए प्रस्ताव के बाद 11 दिसंबर 2014 को सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि हर साल 21 जून को ‘अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस’ के रूप में मनाया जाएगा। यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत के लिए एक महत्वपूर्ण कूटनीतिक जीत है। इस प्रयास से योग को एक अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली के रूप में मान्यता मिली है।