अबू धाबी, श्रीलंका के मौजूदा टी-20 विश्व कप में सेमीफाइनल क्वालीफिकेशन की दौड़ में न होने के बावजूद टीम के मुख्य कोच मिकी आर्थर ने टीम की उपलब्धि के लिए उसकी प्रशंसा की है।
कोच ने यहां बुधवार को कल वेस्ट इंडीज के खिलाफ अपने आखिरी लीग मैच की पूर्व संध्या पर संवाददाता सम्मेलन में कहा, “ श्रीलंकाई क्रिकेट अब अच्छे हाथों में है। हमने विश्व कप को हिलाकर रख दिया है। हम इस साल सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई नहीं कर रहे हैं, लेकिन श्रीलंकाई क्रिकेट का भविष्य अब अच्छा दिख रहा है। हमारे पास बहुत अच्छे युवा खिलाड़ी हैं, जिन्हें सिर्फ संदेश और चयन में कंसिस्टेंसी की जरूरत है। उन्हें खेलने के लिए एक मंच देने की जरूरत है, इसलिए मुझे खिलाड़ियों के प्रयासों पर बहुत गर्व है। इन खिलाड़ियों के साथ ढेर सारा काम करने वाले सपोर्ट स्टाफ के प्रयासों पर भी मुझे बहुत गर्व है। ”
आर्थर ने कहा, “ हमने अभी बीज बोए हैं, क्योंकि मुझे लगता है कि एक या दो साल में वे बीज कुछ अच्छे फूलों में बदलना शुरू हो जाएंगे। श्रीलंकाई क्रिकेट युवा खिलाड़ियों के इस समूह के साथ स्वस्थ स्थिति में है। यह देखने के लिए कि हम एक समूह के रूप में कितनी दूर आ गए हैं तो मैं पथुम निसानका, चरिथ असलंका, दुष्मंथा चमीरा, वानिंदु हसरंगा, महेश थीक्षाना, दासुन शनाका, चमिका करुणारत्ने को देखता हूं और जब भी कोई तरक्की की बात करेगा तो मैं आठ या नौ खिलाड़ियों का नाम ले सकता हूं। ये प्रदर्शन करते हैं और मुझे बहुत गर्व होता है क्योंकि मुझे पता है कि उन्होंने इसमें अपनी कितनी मेहनत लगाई है। ”
उल्लेखनीय है कि 2014 टी-20 विश्व कप के विजेता श्रीलंका को इस बार सुपर 12 चरण में पहुंचने के लिए लंबा रास्ता तय करना पड़ा था, लेकिन क्वालीफिकेशन दौर में वह नामीबिया, आयरलैंड और नीदरलैंड पर बड़ी जीत के साथ सुपर 12 में पहुंचा और यहां भी बंगलादेश के खिलाफ पांच विकेट से जीत के साथ अच्छी शुरुआत की, लेकिन इसके बाद उसे लगातार तीन हार का सामना करना पड़ा, जिसने उसे सेमीफाइनल की दौड़ से बाहर कर दिया। इसके बावजूद आर्थर को ने विश्वास के साथ कहा है कि टी-20 प्रारूप में इस टीम का भविष्य है। उन्होंने कहा कि हार के बावजूद युवा खिलाड़ियों के इस समूह की लड़ाई और प्रदर्शन प्रशंसनीय है।