नई दिल्ली, संत रामानुजाचार्य की एक हजारवीं जयंती पर उनके सम्मान में कल एक मई को डाक टिकट जारी किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आकाशवाणी पर अपने मासिक कार्यक्रम मन की बात में आज कहा कि रामानुजाचार्य ने सामाजिक एकता के लिए बड़ी लड़ाई लड़ी थी और अछूत समझे जाने वाले लोगों को मंदिर में प्रवेश दिलाने के लिए आंदोलन किये थे।
उन्होंने कहा कि सरकार उनकी एक हजारवीं जयंती पर कल एक डाक टिकट जारी करेगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि एक मई को श्रमिक दिवस के रूप में भी मनाया जा रहा है और इस मौके पर बाबा साहब अम्बेडकर की याद आना स्वाभाविक है, जिन्होंने श्रमिकों के कल्याण के लिए महत्वपूर्ण कार्य किये थे।
उन्होंने कहा कि इस अवसर पर कर्नाटक के महान संत बसवेश्वर की भी याद आती है, जिन्होंने बारहवीं शताब्दी में कन्नड भाषा में श्रम और श्रमिक पर गहन विचार रखे। उन्होंने कहा था कि काय कवे कैलाश यानी अपने परिश्रम से भगवान की प्राप्ति की जा सकती है।
दूसरे शब्दों में श्रम ही शिव है। श्री मोदी ने भारतीय मजदूर संघ के संस्थापक एवं चिंतक दत्तो पंतजी ठेंगडी को याद करते हुए कहा कि उन्होंने दुनिया के मजदूरों एक हो जाओ की पश्चिम की विचारधारा के विपरीतमजदूरो आओ दुनिया को एक करें का नारा दिया था।