छह जगह कांफ्रेंस, साझा किए अनुभव
प्रथम दिन छह जगह कांफ्रेंस हुईं, जिनमें सीनियर डॉक्टरों ने मेडिकल विद्यार्थियों से अनुभव साझा किए और उपचार की नवीन तकनीक बताई। एलटी-5 में डॉ. एम.सी. गुप्ता ने ‘गोइंग अबाउट रिसर्च’ विषय पर व्याख्यान दिया। इसमें शोध कैसे करें और विषय कैसे चुने, आदि की जानकारी दी गई। एलटी-6 में डॉ. सुजाता सेठी ने सॉफ्ट स्किल पर व्याख्यान दिया। एलटी-1 में रेडियो डायग्नोस्टिक विषय पर डॉ. ज्योत्सना ने, ऑडिटोरियम सर्जरी में डॉ. संजय मरवाह ने, डे-केयर में इमरजेंसी क्रिटिकल केयर विषय पर डॉ. ध्रुव चौधरी ने अनुभव साझा किए। डॉ. कुंदन मित्तल ने इमरजेंसी में मरीज की जान बचाने की तकनीक का प्रशिक्षण दिया। डेंटल कॉलेज में डॉ. वीरेंद्र, डॉ. हरनीत, डॉ. अबिका और डॉ. जितेंद्र ने मुंह के जोड़ के बारे में उपयोगी जानकारी दी।
राहगीरी में सांस्कृतिक कार्यक्रम
आर्म्सकोन के दौरान शाम को नए आडिटोरियम में एमडीयू के साथ मिलकर राहगीरी कार्यक्रम भी हुआ। इसमें गायन, नृत्य, फायर डांस और रॉक सहित कई प्रस्तुतियां दी गईं।
कार फ्री रखा ऑडिटोरियम
राहगीरी के दौरान आडिटोरियम और आसपास के क्षेत्र को कार फ्री रखा गया और लोगों से वातावरण को स्वच्छ रखने की अपील की गई।
आज ये कार्यक्रम होंगे
शनिवार को ओरल पेपर प्रस्तुतीकरण, पोस्टर प्रस्तुतीकरण, मेडिकल क्विज, डिबेट, क्विज, केस प्रस्तुतीकरण, गेस्ट लेक्चर, आर्ट गैलरी, मेडिकल डंब शैराज होगा। वहीं, रात को रंगारंग कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए जाएंगे।
अंतिम दिन के कार्यक्रम
18 अक्तूबर को मीट दा एलुमनी, जैम, क्विज और शाम को पुरस्कार वितरण समारोह होगा।
इन कॉलेजों के विद्यार्थी ले रहे हिस्सा
आर्म्सकोन में हमदर्द मेडिकल कॉलेज दिल्ली, पीजीआई रोहतक, शहीद हसन खान मेडिकल कॉलेज मेवात, महाराजा अग्रसेन मेडिकल कॉलेज अग्रोहा, बीपीएस महिला मेडिकल कॉलेज खानपुर, एसजीटी बुधेड़ा और गोल्ड फील्ड कॉलेज फरीदाबाद के करीब 400 विद्यार्थी हिस्सा ले रहे हैं।
ये दे रहे अहम सहयोग
डॉ. सुनीता सिंह, दीपिका तंवर, सूर्य प्रकाश, वैभव, अर्नव कादियान, विभूति, साक्षी, अनुमेहा, कुनाल, अमित, भूमिका, मनमित, मीनाक्षी, कीर्ति, नवनीत, अदीति, कपिल, विक्रम, अनिल, राहुल, अमित, अखिल, अंशु, निकिता व रवि सहित दर्जनों वालंटियर अपना सहयोग दे रहे हैं।