लखनऊ, यूपी विधानसभा चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी और कांग्रेस में गठबंधन हो गया है. गठबंधन के बाद कांग्रेस के खाते में 105 सीटें आई हैं जबकि समाजवादी पार्टी 298 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़ा करेगी. लखनऊ में आयोजित संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में दोनों ही पार्टी के नेताओं ने इसकी औपचारिक घोषणा की. इसके साथ ही गठबंधन को लेकर पिछले कुछ दिनों से जारी रस्साकशी खत्म हो गई है और दोनों ही पार्टिंया मिलकर विधानसभा चुनाव में उतर रही हैं.
संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस को कांग्रेस की तरफ से राज बब्बर और सपा की ओर से पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने संबोधित किया. पटेल ने कहा, ‘देश के विकास और अखंडता के लिए हम साथ आए हैं और अखिलेश यादव के नेतृत्व में हमारी सरकार फिर बनने जा रही है.
इससे पहले शनिवार को खबर आई थी कि दोनों ही पार्टियों के बीच बातचीत टूट गई है. है. कांग्रेस का कहना था कि उसने सपा से 110 सीटों की मांग की थी लेकिन वह 99 से ज्यादा सीटें देने को राजी थी.
दोनों ही पार्टियों के बीच 10 सीटों को लेकर मामला अटका पड़ा था. अखिलेश यादव ने कहा था कि वह कांग्रेस को यूपी की 403 सीटों में से ज्यादा से ज्यादा 99 सीट दे सकते हैं. वहीं कांग्रेस ने 110 की मांग की है, हालांकि बताया जा रहा है कि वह 104 सीटों पर संतुष्ट होने के लिए राज़ी है. शुक्रवार को समाजवादी पार्टी ने 208 उम्मीदवारों की लिस्ट लाकर कांग्रेस को चौंका दिया, साथ ही यह भी साफ कर दिया कि कांग्रेस जितनी सीटों की उम्मीद कर रही है, उससे कम में ही उसे संतुष्ट होना पड़ेगा.
कांग्रेस और सपा के शीर्ष नेताओं के बीच बातचीत कई दिनों से चल रही थी लेकिन दोनों दलों के बीच कड़े मोलतोल होने के कारण इसमें देरी हुई. सूत्रों ने बताया कि गठबंधन के बारे में सहमति कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के हस्तक्षेप के बाद बन पाई. सूत्रों ने बताया कि दोनों दलों के शीर्ष नेताओं ने शनिवार देर रात सीटों को बंटवारे को अंतिम रूप दिया.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने इससे पहले ट्वीट किया, ‘‘चर्चा शीर्ष स्तर पर हुई. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री, कांग्रेस महासचिव और प्रियंका गांधी.’’ उल्लेखनीय है कि 403 सदस्यीय उत्तरप्रदेश विधानसभा के लिए सात चरणों में 11 फरवरी से चुनाव होंगे. अंतिम चरण का मतदान आठ मार्च होगा और मतगणना 11 मार्च को होगी.
पार्टी सूत्रों के मुताबिक, सोनिया के करीबी सपा से संपर्क स्थापित करके इस बात की कोशिश में लगे हैं कि उसे अब कम से कम 104 सीटें ही मिल जाएं. क्योंकि शनिवार को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कांग्रेस को 99 सीटें ही देने का प्रस्ताव रखते हुए कहा था कि ‘जोड़ लो या फिर तोड़ दो’. जानकार बताते हैं कि अखिलेश यादव और प्रशांत किशोर की एक बार फिर सीटों के मुद्दे पर बात हुई है. इस बातचीत का नतीजा क्या रहा, यह साफ नहीं हो पाया है. वहीं प्रियंका गांधी भी नई दिल्ली में अपने स्तर पर सपा आलाकमान से बातचीत कर रही हैं.