सबसे बड़े हाथी का शिकार, वन्यजीव प्रेमियों में हाहाकार

elephant-1नई दिल्ली (17 अक्टूबर):सत्तर के दशक में अभिनेता राजेश खन्ना की सुपरहिट फिल्म आई थी- ‘हाथी मेरे साथी’। इस फिल्म में राजेश खन्ना के प्रिय रामू हाथी की हत्या होने पर राजेश खन्ना गाना गाते हैं- ”नफरत की दुनिया को छोड़कर प्यार की दुनिया में खुश रहना मेरे यार, इक जानवर की जान आज इनसानों ने ली है, चुप क्यों है संसार।” इनसान पैसे के लालच में हाथी जैसे जानवरों का शिकार वर्षों से करता आया है। अफ्रीका में बीते 30 साल के आकंडों के हिसाब से सबसे बड़े हाथी के शिकार की खब़र ने दुनिया भर में कोहराम मचा दिया है।

यह एक ऐसी तस्वीर है, जो वन्यजीव प्रेमियों और संरक्षणवादियों के साथ आम लोगों का भी दिल दहला देने वाली है। इस तस्वीर में हाथी मरा पड़ा है और शिकारी गर्व के साथ उसके पास ही अपने इस घिनौने काम पर हंस रहा है।

इस हाथी की उम्र 40 से 60 साल के बीच होने का अनुमान लगाया जा रहा है। जिम्बांबे के दक्षिणी गोनारेझोउ नेशनल पार्क के पास बार्डर पर इस हाथी का 8 अक्टूबर को शिकार किया गया। इस हाथी को पहले कभी इस पार्क में नहीं देखा गया था। इसके दांत जो तस्वीर में जमीन में छूते हुए दिखाई दे रहे हैं। वे बेहद अलग किस्म के हैं। जिनका अनुमानित वजन करीब 120 पाउंड (54.43 किलोग्राम) है।

शिकारी ने इस हाथी को मारने के लिए परमिट पाने के लिए करीब 60,000 डॉलर का शुल्क भी दिया।

इस शिकार के बाद इलाके के संरक्षणवादियों और फोटोग्राफिक सफारी ऑपरेटर्स ने अपनी नाराजगी का इज़हार किया। उनका कहना है कि यह जानवर अपने तरह का विशेष जानवर था। इसे सुरक्षित कर रखा जाना चाहिए था। एंटोनी कासूला नाम के एक फोटोग्राफिक ऑपरेटर ने इस शिकार की तस्वीरें फेसबुक पर पोस्ट कर दीं।

तीन महीने पहले ही एक बड़े शेर का शिकार किया गया था जिसने दुनिया भर में अपना ध्यान खींचा था।

शिकार के आयोजकों ने शिकारी की पहचान नहीं खोली है। संभवत: वह जर्मन है। ये शिकारी अपने 21 दिन के टूर पर शिकार करने निकला था। इस दौरान उसने पांच बड़े हाथी, चीतों, जंगली भैंसों और गैंडों का शिकार किया।

 
 
 

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