लखनऊ, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने प्रयागराज हिंसा के मुख्य आरोपी मोहम्मद जावेद अहमद उर्फ जावेद पंप के घर को स्थानीय प्रशासन द्वारा बुलडोजर से जमींदोज करने की कार्रवाई का हवाला देते हुए कहा है कि समुदाय विशेष को निशाना बना कर बुलडोजर से विध्वंस करना एवं द्वेषपूर्ण आक्रामक कार्रवाई करना अनुचित और अन्यायपूर्ण है।
मायावती ने उत्तर प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए सोमवार को कहा कि न्यायपालिका को इस पर स्वत: संज्ञान लेना चाहिये। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “यूपी सरकार एक समुदाय विशेष को टारगेट करके बुलडोजर विध्वंस व अन्य द्वेषपूर्ण आक्रामक कार्रवाई कर विरोध को कुचलने एवं भय व आतंक का जो माहौल बना रही है यह अनुचित व अन्यायपूर्ण। घरों को ध्वस्त करके पूरे परिवार को टारगेट करने की दोषपूर्ण कार्रवाई का कोर्ट जरूर संज्ञान ले।”
उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने इस पूरे प्रकरण के मूल में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेताओं नवीन जिंदल और नूपुर शर्मा के विवादित बयानों पर सरकार द्वारा कोई कार्रवाई न करने को कानून के राज का उपहास बताया। एक अन्य ट्वीट में उन्होंने जिंदल और शर्मा की गिरफ्तारी को जरुरी बताते हुए कहा, “जबकि समस्या की मूल जड़ नूपुर शर्मा व नवीन जिन्दल हैं, जिनके कारण देश का मान-सम्मान प्रभावित हुआ व हिंसा भड़की, उनके विरुद्ध कार्रवाई नहीं करके सरकार द्वारा कानून के राज का उपहास क्यों? दोनों आरोपियों को अभी तक जेल नहीं भेजना घोर पक्षपात व दुर्भाग्यपूर्ण। तत्काल गिरफ्तारी जरूरी।”
बसपा सुप्रीमो ने योगी सरकार को नसीहत देते हुए कहा, “सरकार द्वारा नियम-कानून को ताक पर रखकर आपाधापी में किए जा रहे बुलडोजर विध्वंसक कार्रवाईयों में न केवल बेगुनाह परिवार पिस रहे हैं बल्कि निर्दोषों के घर भी ढहा दिए जा रहे हैं। इसी क्रम में पीएम आवास योजना के मकान को भी ध्वस्त कर देना काफी चर्चा में रहा, ऐसी ज्यादती क्यों?” गौरतलब है कि जावेद के प्रयागराज स्थित मकान को स्थानीय प्रशासन ने अवैध निर्माण बताते हुए रविवार को बुलडोजर से ढहा दिया।