लखनऊ, पेंशनर दिवस के अवसर पर, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा पेंशनरों के लिए शुरू की गई डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट प्रणाली, पेंशनरों को लाभ पहुंचाने की तकनीक है। मुख्यमंत्री के अनुसार, समाजवादी सरकार आधुनिक तकनीक को अपनाकर लोगों को ज्यादा से ज्यादा सुविधा देने का काम कर रही है। लाइफ सर्टिफिकेट के लिए बायोमीट्रिक व्यवस्था के लागू हो जाने से पेंशनरों को काफी राहत मिलेगी। इससे पेंशनर और पारिवारिक पेंशनर सबसे ज्यादा लाभान्वित होंगे जो वृद्धावस्था में अपने परिवार के सदस्यों के साथ देश-विदेश के किसी भी स्थान में निवास कर रहे हैं।
इस प्रणाली के तहत आधार संख्या आधारित डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र जमा करने की व्यवस्था की गई है। इस सुविधा के माध्यम से आधार कार्ड में अंकित बायोमीट्रिक्स के आधार पर आॅनलाइन जीवन प्रमाण पत्र प्रस्तुत किया जाना सम्भव होगा। इस व्यवस्था का लाभ उठाने के लिए पेंशनरों/पारिवारिक पेंशनरों के पास आधार कार्ड होना आवश्यक है। यह सुविधा वर्तमान में लागू जीवन प्रमाण पत्र जमा करने की प्रक्रिया के अतिरिक्त होगी।
पेंशनर/पारिवारिक पेंशनर को इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए प्रथम बार रजिस्ट्रेशन कराने के लिए अपने सम्बन्धित कोषागार में उपस्थित होना होगा। उन्हें अपने साथ आधार कार्ड, पेंशन खाते की बैंक पासबुक की मूल प्रति तथा छायाप्रति, मोबाइल नम्बर जिस पर वे सूचनाएं चाहते हों तथा पेंशन प्राधिकार पत्र (पी0पी0ओ0) लेकर जाना होगा। इस सुविधा से सम्बन्धित अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए पेंशनर वेबसाइट jeevanpramaan.gov.in देख सकते हैं या अपने कोषागार से सम्पर्क कर सकते हैं।
यह भी उल्लेखनीय है कि पेंशनरों की विभिन्न समस्याओं की जनपद स्तर पर सुनवाई व निराकरण के लिए राज्य सरकार द्वारा वर्ष 2015 में हर साल 17 दिसम्बर को पेंशनर दिवस आयोजित करने का निर्णय लिया गया था। इसमें प्रत्येक जिले में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में एक कार्यक्रम आयोजित कर पेंशनरों, पेंशनर संघों के पदाधिकारियों तथा जनपद के कार्यालयाध्यक्षों को आमंत्रित किया जाता है, जिसमें पेंशनरों की पेंशन सम्बन्धी समस्याओं की सुनवाई कर उनका निराकरण किया जाता है। इस वर्ष पेंशन दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री द्वारा पेंशनरों को सुविधा प्रदान करने हेतु बायोमीट्रिक डिवाइस के माध्यम से डिजिटल जीवन प्रमाण-पत्र जमा करने की सुविधा का शुभारम्भ किया गया है।