नयी दिल्ली, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के बाद अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को क्लीन चिट दी है।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज कहा कि शिक्षा क्रांति से दुनिया में भारत का नाम रोशन करने वाले मनीष सिसोदिया को झूठे मामलों में फंसाने के लिए क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश से माफ़ी नहीं मांगनी चाहिए?
श्री सिसोदिया ने कहा , “ यह मेरे लिए बेहद गर्व की बात है कि इनकी तमाम साज़िशों और झूठी प्राथमिकी के बाद भी ये मेरे ऊपर कोई आरोप नहीं लगा पा रहे। करीब 800 अधिकारियों की टीम ने 500 जगह रेड कर जो आरोपपत्र तैयार किया है , उसमें मेरा नाम नहीं है। सीबीआई और ईडी के आरोपपत्र ने साबित कर दिया कि कोई शराब घोटाला नहीं हुआ।”
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता राघव चड्ढा ने कहा कि सीबीआई के बाद ईडी ने भी आज अदालत में तथाकथित शराब घोटाले का आरोपपत्र दाखिल किया है और उसमें भी मनीष सिसोदिया का नाम नहीं है। भाजपा और उनके शीर्ष नेतृत्व को मनीष सिसोदिया को बदनाम करने की साज़िश रचने के लिए माफ़ी मांगनी चाहिए। भाजपा ने मनीष सिसोदिया के खिलाफ एफआईआर की। उन्हें शराब घोटाले में आरोपी नंबर 1 बताया, लेकिन उनके खिलाफ कोई सुबूत नहीं मिला।
उन्होंने कहा कि भाजपा की सीबीआई और ईडी ने पिछले चार महीनों में 800 से ज्यादा अधिकारियों की फौज लगाई। उन्हें एक ही लक्ष्य दिया गया कि मनीष सिसोदिया को जेल में डालो। छह महीने सड़क पर घूम घूम कर मनीष सिसोदिया को भ्रष्टाचारी कहने के बाद आज भाजपा की एजेंसियां अदालत में जब आरोपपत्र प्रस्तुत करती हैं तो उनके खिलाफ रत्ती भर भी सबूत इन एजेंसियों के पास नहीं था। सीबीआई, ईडी, भाजपा और पीएमओ ने आज मनीष सिसोदिया जी को ईमानदारी का सर्टिफिकेट दिया।