
डॉ. नारायणन ने यहां एक निजी अस्पताल में आयोजित एक कार्यक्रम में यह जानकारी दी। उन्हाेंने बताया कि इन उपग्रहों का उद्देश्य सीमा सुरक्षा और तटीय निगरानी बढ़ाना है। उन्होंने बताया कि मौजूदा उपग्रह संख्या सभी सीमाओं और 7,500 किलोमीटर की विशाल तटरेखा को कवर करने के लिए पर्याप्त नहीं है, चौबीसों घंटे निगरानी के लिए और अधिक उपग्रहों की आवश्यकता है।
इसरो प्रमुख ने कहा कि वर्तमान में भारत लगभग 55 उपग्रहों का संचालन करता है और एक ऐसे देश के लिए जिसकी सीमा बहुत बड़ी है और तटरेखा भी लंबी है, यह पर्याप्त नहीं है। उन्होंने सीमाओं की सुरक्षा के लिए और अधिक उपग्रह जोड़ने की आवश्यकता पर बल दिया।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से अंतरिक्ष क्षेत्र में किये गये सुधारों के कारण निजी क्षेत्र की कंपनियों को भी उपग्रह डिजाइनिंग और निर्माण की अनुमति दी गयी है। इसरो इस पहल के तहत अगले तीन वर्षों में 100 से 150 उपग्रह जोड़ेगा और पूरे देश की निगरानी करेगा।