नई दिल्ली, सुकमा अटैक को लेकर भाजपा की सहयोगी पार्टी शिवसेना ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। शिवसेना ने सरकार की आतंक विरोधी नीति की जमकर आलोचना की है। अपने मुखपत्र सामना के संपादकीय में शिवसेना ने कहा कि बदला लेने के लिए सिर्फ बयानबाजी से इस समाधान का हल नहीं निकलेगा।
शिवसेना ने सामना के संपादकीय में लिखा सभी घटनाएं कायरतापूर्ण हैं। लेकिन, हमेशा सुरक्षाबल ही अपना बलिदान देते रहे हैं। हमारे गृह मंत्री राजनाथ सिंह कहते है ऐसी घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। लेकिन सच यह है कि पिछले एक महीने में सीआरपीएफ के 100 जवान अपनी जान गंवा चुके हैं।
सिर्फ यह कह देने से कि हम जवानों की शहादत को बेकार नहीं जाने देंगे इससे कुछ नहीं होगा। हम इनके खिलाफ कोई एक्शन क्यों नहीं ले पा रहे हैं। इसके अलावा शिवसेना ने राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की भी मांग की है।