मुंबई, वैश्विक बाजार की तेजी के बीच स्थानीय स्तर पर टाटा टेक्नोलॉजीज के आईपीओ को सेबी की मंजूरी, चालू खाता घाटा (सीएडी) कम होना और एचडीएफसी एवं एचडीएफसी बैंक के विलय की तिथि नजदीक आने से उत्साहित निवेशकों की चौतरफा लिवाली की बदौलत आज दोनों मानक सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी नए शिखर पर पहुंच गए।
बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स के आज कारोबार के दौरान 64 हजार अंक के पार के सार्वकालिक उच्चतम स्तर पर पहुंचने के बाद मुनाफावसूली के दबाव में आने के बावजूद अंत में 499.39 अंक अर्थात 0.79 प्रतिशत की तेजी लेकर 63,915.42 अंक के नए रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुआ। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी भी पहली बार 19 हजार अंक को पार गया। अंत में 154.70 अंक यानी 0.82 प्रतिशत की उड़ान भरकर नई ऊंचाई 18,972.10 अंक पर रहा।
इस दौरान बीएसई की मझौली और छोटी कंपनियों में भी लिवाली हुई। इससे मिडकैप 0.73 प्रतिशत उछलकर 28,584.84 अंक और स्मॉलकैप 0.08 प्रतिशत बढ़कर 32,437.88 अंक पर पहुंच गया। बीएसई में कुल 3628 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ, जिनमें से 1790 में लिवाली जबकि 1709 में बिकवाली हुई वहीं 129 में कोई बदलाव नहीं हुआ। इसी तरह निफ्टी की 42 कंपनियों में तेजी जबकि शेष आठ में गिरावट रही।
विश्लेषकों के अनुसार, पूंजी बाजार नियामक सेबी ने टाटा टेक्नोलॉजीज के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) को मंजूरी दे दी है। साथ ही 31 मार्च को समाप्त वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में देश का चालू खाता घाटा कम रहा है। वहीं, एचडीएफसी और एचडीएफसी बैंक के विलय की प्रस्तावित तिथि 01 जुलाई के नजदीक आने से निवेशकों को निवेश धारणा काफी मजबूत रहा है। बाजार में आई तूफानी तेजी में इन कारकों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
बीएसई के सभी 19 समूहों में तेजी का रुख रहा। इस दौरान कमोडिटीज 0.73, सीडी 0.64, ऊर्जा 0.83, हेल्थकेयर 0.90, यूटिलिटीज 0.76, ऑटो 0.88, कैपिटल गुड्स 1.14, तेल एवं गैस 0.85 और पावर समूह के शेयर 1.02 प्रतिशत चढ़ गए।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी तेजी का रुझान रहा। इस दौरान ब्रिटेन का एफटीएसई 0.55, जर्मनी का डैक्स 0.73, जापान का निक्केई 2.02 और हांगकांग का हैंगसैंग 0.12 प्रतिशत चढ़ गया जबकि चीन का शंघाई कंपोजिट गिरकर बंद हुआ।