स्वतंत्र पत्रकार एवं लेखिका राणा अयूब की सुरक्षा के लिए, संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार ने की अपील
May 25, 2018
नयी दिल्ली , संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार विशेषज्ञों ने स्वतंत्र पत्रकार एवं लेखिका राणा अयूब की सुरक्षा के लिए तत्काल उपाय किये जाने की भारतीय अधिकारियों से अपील की है।
जेनेवा स्थित संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त कार्यालय की ओर से आज जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि विशेषज्ञों को प्राप्त सूचना के अनुसार यह मामला गत 20 अप्रैल के दुर्भावना से ग्रस्त उस ट्वीट के बाद और गहरा गया जब उसमें यह कहा गया कि सुश्री अयूब बच्चों के साथ बलात्कार करने वालों का समर्थन करती हैं और यह भी कहती हैं कि भारत में मुसलमान सुरक्षित नहीं रह गये हैं।
इस ट्वीट के बाद सुश्री अयूब को विभिन्न ऑनलाइन माध्यमों से शर्मसार करने वाले संदेश भेजे गये, यहां तक उनके साथ सामूहिक बलात्कार करने और जान से मारने की भी धमकी दी गयी। ओएचसीएचआर के एक विशेषज्ञ ने एक पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या का हवाला देते हुए कहा है हम सुश्री राणा अयूब की जान को खतरे को लेकर चिंतित है।
ओएचसीएचआर के विशेषज्ञ इस मामले में भारत सरकार से सम्पर्क बनाये हुए हैं। इन विशेषज्ञों का कहना है कि पत्रकारों एवं निष्पक्ष विचार व्यक्त करने वालों के लिए सुरक्षित माहौल बनाना सरकार की जिम्मेदारी है और उसे इस मामले में भी त्वरित कदम उठाना चाहिए।