धनिया पत्ते का प्रयोग हर घर में आम बात है। सब्जी, सूप और सलाद का स्वाद बढ़ाने और खाने की गार्निशिंग के लिए धनिए का इस्तेमाल हर जगह किया जाता है। छोटे घरों से लेकर फाइव स्टार होटल के शेफ भी धनिया पत्ती के बगैर खाने को अधूरा मानते हैं। धनिया की चटनी भोजन का स्वाद दोगुना कर देती है। धनिया के साथ पुदीने के पत्ते और नींबू मिलाकर बनी चटनी पाचन क्रिया को भी दुरुस्त करती है। धनिया के हरा रंग और बेहतरीन खुशबू के कारण बच्चे भी इसे अपने खाने में पसंद करते हैं।
पिछले दिनों हुए एक शोध के अनुसार यह बात भी सामने आई है कि जो लोग आर्थराइटिस से पीड़ित हैं, उन्हें धनिया का हर दिन सेवन बेहद लाभ पहुंचा सकता है। इसे हर दिन अपने खाने में शामिल करने से जोड़ों की सूजन में कमी आती है और यह रोग को ज्यादा बढ़ने से रोकता है। आर्थराइटिस में जोड़ों में सूजन और दर्द के लक्षण उभरने लगते हैं। यह सूजन आइनफ्लैमेटरी साइटोकिन्स नामक मेडिएटर पदार्थ के स्राव के कारण होती है, जिससे मरीज को चलने-फिरने और रोजमर्रा के कामों में काफी असहजता महसूस होती है।
मगर अध्ययन से यह बात सामने आई है कि हर दिन खाने में धनिए का इस्तेमाल करने से यह मेडिएटर पदार्थ को शरीर में बनने से रोकता है जिससे आर्थराइटिस के कारण आई सूजन में धीरे-धीरे कमी आती है। एक तरफ जहां आर्थराइटिस की दवाई दर्द कम करने और राहत देने में मदद करती है वहीं धनिए का औषधीय प्रभाव रोग की जड़ तक जाकर मर्ज को कम करने में मदद करता है। धनिया पत्ती में ऐसे स्टेरॉयट पाए जाते हैं जो दवाइयों में मौजूद स्टेरॉयड से ज्यादा बेहतर होते हैं।
आर्थराइटिस के सूजन के कारण चलने-फिरने में परेशानी होती है पर धनिया इस सूजन को जल्द कम करने में भूमिका निभाता है। सबसे बड़ी बात यह है कि धनिया पत्ती का सेवन शरीर में दवाइयों की तरह कोई साइड इफेक्ट नहीं करता। मनभावन स्वाद के कारण इसे आसानी से खाया भी जा सकता है। हर दिन खाने में इसे शामिल करना खाने के स्वाद को दुगुना करेगा ही साथ ही आर्थराइटिस में भी फायदा कर सूजन को कम करने में भी बेहतर भूमिका निभाएगा।