नई दिल्ली, संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा किए गए एक अध्ययन के अनुसार भारत में अगर मोटरसाइकिल चालक उचित हेलमेट का प्रयोग करें तो सालाना 15000 लोगों की जान बचाई जा सकती है। साल 2015 में एक आंकडें के अनुसार भारत में सड़क दुघर्टना में 36,800 दोपहिया चालकों की मौत हुई थी, जबकि 93,400 दोपहिया चालक घायल हुए थे।
संयुक्त राष्ट्र की मोटरसाइकिल-हेलमेट पर की गई रिसर्च के मुताबिक कारों के ड्राइवरों की तुलना में दोपहिया चालकों की सड़क दुर्घटना में मरने की आशंका 26 गुना अधिक होती है। अगर आप उचित हेलमेट का इस्तेमाल करते हैं तो अपने बचने के अवसरों आप 42 प्रतिशत तक सुधार कर सकते हैं। इसके अलावा 69प्रतिशत घायल होने की संभावना को भी कम करता है। इस अध्ययन में अनुमान लगाया गया है विश्व स्तर पर 2008 और 2020 के बीच मोटरसाइकिल दुर्घटनाओं में मरने वालों का आंकड़ा 34 लाख हो सकता है। अगर उचित हेलमेट का इस्तेमाल किया जाए तो भयभीत करने वाले इन आंकड़ों में से 14 लाख लोगों की जान बचाई जा सकती है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि कम और मध्यम आय वाले देशों में मोटरसाइकिल यातायात का मुख्य साधन होता है। इसलिए सुरक्षित परिवहन की दिशा में अधिक कदम उठाने की और अधिक आवश्यकता है। एक अच्छा हेलमेट पहनने और ढंग से बांधने से 90प्रतिशत मामलों में जीवन के नुकसान को रोका जा सकता।