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अंतरराज्यीय साइबर ठगी गैंग का पर्दाफाश

कुशीनगर, उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले में अपराध एवं अपराधियो एवं जनपद में हो रही साइबर ठगी के विरुद्ध चलाये जा रहे अभियान के क्रम में शनिवार को साइबर सेल ने ऐसी ही ठगी से लोगों को शिकार बनाने वाले एक अंतरराज्यीय गैंग का पर्दाफाश किया।

पुलिस ने बताया कि प्रभारी निरीक्षक साइबर सेल मनोज कुमार पन्त मय टीम व प्रभारी निरीक्षक सेवरही हर्षवर्धन सिंह मय टीम ने बिन टोलिया कस्बा सेवरही के पास से साइबर अपराध में संलिप्त 3 तीन लोगों,बुलेट कुमार चौरिया पुत्र अमरजीत चौरसिया साकिन पाखोपाली थाना उचकागाव पो़ थावे जिला गोपागलंज राज्य बिहार, अमित चौरसिया पुत्र जगदीश चौरसिया साकिन सब्जी मण्डी तमकुही रोड थाना सेवरही जनपद कुशीनगर, तथा करन जायसवाल पुत्र राकेश जायसवास साकिन सब्जी मण्डी तमकुहीरोड थाना सेवरही जनपद कुशीनगर को गिरफ्तार किया।

इनके पास से मौके पर कब्जे से अवैध रुप से लोगों के खातों का प्रयोग कर अर्जित किये गये कुल 51,000/- रुपये, 64 अदद फर्जी सिम कार्ड (भिन्न-भिन्न टेलीकाम कंपनियो के), 20 अदद आधार कार्ड (भिन्न-भिन्न फर्जीवाडे के), 11 अदद पासबुक (भिन्न भिन्न बैंको के सादे), घटना में प्रयुक्त 5 अदद मोबाइल (डेटा सहित मय 8 फर्जी वाले एकाँउंट में किये लगभग एक करोड़ 20 लाख रूपयो की विवरण सहित), अपराध में प्रयुक्त एक चोरी की मोटर साइकिल (एचएफ डीलक्स काले रंग बिना नम्बर प्लेट) की बरामदगी की है।

इस संबंध में पुलिस अधीक्षक धवल जायसवाल ने बताया कि अंतर्राज्यीय साइबर ठगी गैंग के द्वारा सीएससी सेंटर जो भिन्न-भिन्न स्थानों पर स्थित है उनसे मिलकर गांव के भोले-भाले गरीब लोगों को पैसों का लालच देकर खाते खुलवाने के नाम पर उनके आधार व उनके फिंगर के इस्तेमाल से नई सिमें ली गयीं। इसके बाद उनके नाम से अकाउंट खुलवाकर खाते में बिना उनकी जानकारी के फर्जी सिम से अकाउंट लिंक करवा देते हैं तथा उसी सिम नम्बर के प्रयोग से उन खातों में आनलाइन (अधिक से अधिक धनराशि) फर्जी पैसों का लेन-देन करते हैं । इतना ही नहीं ये ठग लोगों के खातों से संबंधित पासबुक,चेकबुक व एटीएम कार्ड प्राप्त कर लेतें हैं जिसका उन लोगों को पता नहीं लग पाता है ।

इन अंतर्राज्यीय साइबर ठगों द्वारा ऑनलाइन हैकरो को वही अकाउंट 14000 में बेचकर उसमें भिन्न-भिन्न प्रदेशों और जनपदों से साइबर फ्रॉड किए गए रूपयों को मंगाकर तथा अपने पक्ष में निर्गत कर लिया जाता है तथा इन साइबर ठगों द्वारा अब तक कुल आठ खातों में प्रथम दृष्ट्या एक करोड़ 20 लाख का ट्रांजैक्शन ऑनलाइन प्राप्त हुआ है। इन साइबर अंतर्राज्यीय गैंग के अन्य सक्रिय सदस्यों की गिरफ्तारी हेतु पुलिस टीमें सक्रिय हैं।

इन ठगों से बरामदगी व गिरफ्तारी के आधार पर मु0अ0स0 366/23 धारा 419/420/120बी/414 भा0द0वि0 व 66 सी, 66 डी आईटी एक्ट में अभियोग पंजीकृत कर जेल भेज दिया।