अंतरराष्ट्रीय न्याय अदालत ने कुलभूषण की सजा पर रोक लगायी
May 10, 2017
नई दिल्ली, अंतरराष्ट्रीय न्याय अदालत ने भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव की फांसी की सजा की तामील पर स्थगन लगा दिया है। जाधव को पाकिस्तान की सैन्य अदालत ने ‘‘जासूसी’’ के दोष में मौत की सजा सुनायी है। हेग स्थित अंतरराष्ट्रीय न्याय अदालत (आईसीजे) ने भारत की ओर से यह कहे जाने के बाद कि नौसेना से सेवानिवृत्त होने के बाद व्यवसाय कर रहे जाधव का ईरान से अपहरण किया गया था, उन्हें मिली फांसी की सजा की तामील पर स्थगन लगा दिया है।
पाकिस्तान के फिल्ड जनरल कोर्ट मार्शल द्वारा पिछले महीने जाधव को मौत की सजा सुनायी गयी। इसे लेकर भारत ने बहुत तीखी प्रतिक्रिया दी और ‘‘सोच समझ कर की जाने वाली हत्या’’ को अंजाम दिये जाने की स्थिति में द्विपक्षीय संबंधों में खटास और परिणाम भुगतने की चेतावनी पाकिस्तान को दी थी। भारत यह स्वीकार करता है कि जाधव ने नौसेना में सेवा दी है लेकिन इससे इनकार करता है कि अब उसका सरकार से कोई लेना-देना है।
भारत ने अपनी अपील में कहा है, तात्कालीक रूप से यह अतिगंभीर खतरा है कि भारत के प्रति अपने दायित्वों का उल्लंघन करते हुए पाकिस्तान एक भारतीय नागरिक को फांसी की सजा दे सकता है। इसलिए भारत अदालत से अनुरोध करता है कि ‘‘बिना किसी मौखिक सुनवायी का इंतजार किये’’ वह तत्काल इस पर फैसला सुनाये। इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया करते हुए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा, ‘‘मैंने कुलभूषण जाधव की मां से, अदालत के नियमों के पैरा चार के अनुच्छेद 74 के तहत आईसीजे अध्यक्ष के फैसले पर बात की है।’’
सुषमा ने ट्वीट किया, ‘‘श्रीमान हरीश साल्वे, वरिष्ठ वकील, कुलभूषण जाधव मामले में अंतरराष्ट्रीय न्याय अदालत में भारत का पक्ष रख रहे हैं।’’ पाकिस्तान के फिल्ड जनरल कोर्ट मार्शल द्वारा पिछले महीने जाधव को मौत की सजा सुनायी गयी। इसे लेकर भारत ने बहुत तीखी प्रतिक्रिया दी और ‘‘सोच समझ कर की जाने वाली हत्या’’ को अंजाम दिये जाने की स्थिति में द्विपक्षीय संबंधों में खटास और परिणाम भुगतने की चेतावनी पाकिस्तान को दी थी।
पाकिस्तान का दावा है कि उसके सुरक्षा बलों ने जाधव को अशांत बलूचिस्तान प्रांत से पिछले वर्ष तीन मार्च को गिरफ्तार किया। कथित रूप से वह ईरान से बलूचिस्तान की सीमा में घुसा था। उसने यह भी दावा किया कि वह ‘‘वर्तमान में भारतीय नौसेना का कर्मचारी है।’’ भारत यह स्वीकार करता है कि जाधव ने नौसेना में सेवा दी है लेकिन इससे इनकार करता है कि अब उसका सरकार से कोई लेना-देना है।