बाबा साहेब की मूर्ति तोड़ कर चेहरे पर कालिख पोते जाने को लेकर शनिवार की सुबह से शुरू हुए बवाल ने शाम होते-होते हिंसक रूप ले लिया था। इस मामले में स्वर्ण पक्ष के चार लोगों की नामजदगी के बाद एक आरोपी को हिरासत मेें लिए जाने के बाद शाम को झांकी निकाल रहे दलित और सवर्ण समाज के लोगों के बीच जमकर पथराव और फायरिंग हुई। जिसमें महिलाओं सहित कई लोग घायल हो गए। देर रात तक कई थानों की पुलिस और पीएसी मौके पर डटी रही। इस मामले में स्वर्ण पक्ष की ओर दलित पक्ष के 31 लोगों को नामजद करते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई है। वहीं दलित पक्ष की ओर पहले से दर्ज रिपोर्ट पर कार्यवाही करते हुए पुलिस ने स्वर्ण पक्ष के आरोपी धर्मराज पुत्र गंगाबल, अभिषेक पुत्र श्यामलाल शर्मा, भूपेन्द्र पुत्र रामपाल और सुरपाल पुत्र ईश्वर में से सुरपाल को शुक्रवार को ही हिरासत में ले लिया था। पुलिस की सख्ती को देख अब दोनों पक्षो के बड़े-बुजुर्ग आपस में समझौते की बात कर रहे हैं।
वहीं पुलिस का कहना है कि बवाल के किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा। बवाल के मामले में पुलिस ने चार सवर्णोंॉ और दलित समाज के 31 व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा कायम करते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी का प्रयास शुरू कर दिया है। घटना के बाद से अधिकांश आरोपी घरों से फरार हो गए हैं। वहीं अब इस मामले में दोनों पक्षों के बीच समझौते के प्रयास शुरू हो गए हैं, लेकिन पुलिस का कहना है कि आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी। बताते चलें शनिवार की