कानपुर, समाजवादी पार्टी में पारिवारिक कलह के बाद अब शहर की कैंट विधानसभा सीट के प्रत्याशी का विरोध शुरू हो गया है। हालांकि यह विरोध क्षेत्र में अंसार समाज की बहुलता पर ऑल इंडिया मोमिन अंसार सभा ने किया। सभा का कहना है कि अगर सपा प्रत्याशी नहीं बदलती तो परिणाम भुगतने को तैयार रहे। कैंट विधानसभा में पहली जीत दर्ज करने के लिए समाजवादी पार्टी ने पहले इलाहाबाद के बाहुबली पूर्व सांसद अतीक अहमद को मैदान में उतारा। पर पार्टी में पारिवारिक कलह थमने के बाद मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पहले घोषित उम्मीदवार परवेज अंसारी को दरकिनार कर 2012 में प्रत्याशी रहे मो. हसन रूमी को टिकट दे दिया। जिसके बाद से अंसारी समाज में विरोध दर्ज होने लगा। शनिवार को प्रेस क्लब में ऑल इंडिया मोमिन अंसार सभा ने प्रेस वार्ता कर विरोध दर्ज कराया।
मो. सलीम ने कहा कि कैंट में अंसारी समाज के हाजी परवेज अंसारी को टिकट न मिलने पर अंसारी समाज के लोगों में मायूसी और गुस्सा है। यहां पर अंसारी समाज का एक लाख 40 हजार वोट है। इस सीट पर सिर्फ अंसारी समाज का प्रत्याशी ही सपा को बड़ी तादाद से जीत दिला सकता है। परवेज अंसारी ने बड़ी कड़ी मेहनत से इस सीट पर लाखों लोगों की पसंद बन चुके थे। कहा कि ऑल इंडिया मोमिन अंसार सभा अंसार सभा माननीय अखिलेश जी से मांग करता है कि कैंट से परवेज अंसारी को टिकट दिया जाए ताकि सपा यह सीट जीत सके। आगे कहा कि अगर परवेज को टिकट नहीं दिया जाता तो सपा परिणाम भुगतने को तैयार रहे। सभा ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर परवेज अंसारी को टिकट नहीं दिया जाता है तो यह विरोध सड़कों पर भी दिखेगा। सभा विरोध मुख्यमंत्री तक पहुंचाने के लिए लखनऊ में भी विरोध दर्ज कराएगा। इसके बाद में अगर हमारी मांग नहीं सुनी जाती है तो अंसारी समाज भाजपा के प्रत्याशी रघनंदन सिंह भदौरिया को मजबूर होकर वोट करेगा।