लखनऊ, समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव की पत्नी साधना यादव का कहना है कि अखिलेश और प्रतीक उनके बच्चे हैं. दोनों ही उनकी आंखें हैं. उन्होने कहा कि हर घर में लड़ाई होती है और फिर सुलह हो जाती है. उनके बीच में किसी तरह का कोई टकराव नहीं है. वोटिंग के लिए पूरा मुलायम कुनबा वोट डालने के लिए अपने पैतृक गांव सैफई पहुंचा था. साधना, मुलायम सिंह तथा बहू अपर्णा यादव के साथ मतदान करने सैफई आई थीं.
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण के मतदान के दौरान इटावा के सैफई गांव में समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव के साथ मतदान करने पहुंची उनकी पत्नी साधना यादव ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की जमकर सराहना की. मुलायम सिंह यादव के साथ मतदान करने के बाद साधना यादव को मीडिया ने घेर लिया. मीडिया के सवालों के जवाब देते हुए साधना ने कहा, ‘अखिलेश यादव मेरा ही बेटा है. हर घर में लड़ाई होती है और फिर सुलह हो जाती है. उनके बीच में किसी तरह का कोई टकराव नहीं है.’
उन्होंने कहा कि अखिलेश को जब भी कोई उनका सौतेला बेटा बोलता है तो उन्हें बहुत खराब लगता है. अखिलेश और प्रतीक उनकी दो आंखें हैं. उन्होंने कहा कि मेरी अखिलेश से कोई नाराजगी नहीं है. रोज अखिलेश से बात होती रहती है. हम आपस में घर परिवार सम्बन्धी वार्तालाप करते रहते है. उन्होंने अपने नाम के आगे गुप्ता लगाए जाने पर भी आपत्ति जताई. साधना ने कहा कि मुझे गुप्ता की जगह यादव कहकर बुलाया जाना चाहिए. साधना ने कहा कि उनके ऊपर लगाए गए सभी आरोप बेबुनियाद हैं.
मुलायम सिंह ने अपनी पत्नी साधना के कहने पर मतदान का निशान (स्याही लगी हुई उंगली) दिखाया. निशान दिखाने के बाद मुलायम सिंह मुस्कुराते हुई पत्नी साधना के साथ चले गए. साधना यादव मुलायम सिंह यादव की दूसरी पत्नी हैं और अखिलेश पहली पत्नी के बेटे हैं. यादव परिवार में मचे घमासान पर साधना पर कई गंभीर आरोप लगे थे. यादव परिवार में आई दरार की मुख्य वजह राजनीतिक विरासत का बंटवारा ही बताया जा रहा है, जिसका केंद्र बिन्दु पार्टी सूत्र साधना को बताते हैं.