मुंबई, सपा से एक दिन पहले निष्कासित किए गए रामगोपाल यादव ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के साथ मिलकर नई पार्टी बनाने की संभावनाओं को खारिज कर दिया। जोर देकर कहा, वह यह जरूर सुनिश्चित करेंगे कि अगले साल होने वाले विस चुनाव के बाद उनका भतीजा ही फिर से मुख्यमंत्री बने। इसके लिए वह कसर नहीं छोड़ेंगे। रामगोपाल ने कहा, दूसरी पार्टी बनाने का सवाल ही नहीं है। मैं नई पार्टी क्यों बनाऊं? जिनके पास कुछ नहीं है वे नई पार्टी बनाने के बारे में सोचें।
अखिलेश के पास सब कुछ है। लोग उनके साथ हैं। अखिलेश के प्रति निष्ठा व्यक्त करते हुए उन्होंने पार्टी नेताओं शिवपाल और अमर सिंह को चुनौती दी कि किसी सार्वजनिक बैठक में वे उनके खिलाफ आरोप लगाकर सकुशल वापस जाकर दिखाएं। रामगोपाल ने कहा, किसी अन्य पार्टी में मुख्यमंत्री के खिलाफ निजी लड़ाई नहीं छेड़ी गई। यह बेहद दुखद है कि पार्टी के ही लोग अखिलेश पर हमले कर रहे हैं। सपा को नुकसान पहुंचाने के लिए भाजपा के साथ हाथ मिलाने के आरोप में पार्टी से निष्कासित किए जाने के बाद रविवार को ही रामगोपाल ने मुंबई से एक बयान फैक्स करके कहा था कि धर्मयुद्ध में हमेशा अपने भतीजे अखिलेश यादव के साथ रहेंगे और मुलायम उनके राजनीतिक गुरु बने रहेंगे।