अंबेडकरनगर, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बसपा सुप्रीमो मायावती पर हमला बोलते हुए आज कहा कि जिस व्यक्ति ने जिन्दा रहते अपनी मूर्ति लगवा ली हो, उससे विकास की उम्मीद कौन करेगा। साथ ही कहा कि इस बार प्रदेश की जनता मायावती को सही मायने में चने चबवा देगी। अखिलेश ने यहां एक चुनाव सभा में कहा, सुना है, अब (मायावती) कह रही हैं कि हम विकास करेंगे। जब मौका मिला था तो जिन्दा में मूर्ति लगवा ली थी। जिसने जिन्दा में मूर्ति लगवा ली हो, उनसे कौन उम्मीद करेगा कि मौका मिलेगा तो वह विकास करेंगी। उन्होंने कहा कि लखनऊ में हमने मायावती का विकास देखा है। बड़े बड़े पत्थरों के हाथी लगे हैं। वैसे के वैसे खड़े हैं। जो बैठे थे, बैठे हैं और जो खड़े थे, खड़े हैं। अखिलेश ने कहा कि सोमवार को प्रेस कांफ्रेंस में पत्थर वाली पार्टी की नेता (मायावती) कह रही थीं कि हमें (अखिलेश को) नहीं पता कि पत्थरों के हाथी चलते नहीं हैं। आप ऐसे हाथी लगवा देतीं जो चल रहे होते तो हम कहते कि चल रहे हैं। उन्होंने कहा, वैसे तो हमारी बुआ हैं लेकिन भाजपा से कब रक्षाबंधन मना लेती हैं, पता नहीं इसलिए उनसे सावधान रहने की जरूरत है। आजकल कह रही हैं कि बच्चों को चने खिलाएंगे। तीन बार मुख्यमंत्री रहीं, एक बार भी नहीं खिलवाया। अब कहां से खिलवाएंगे। इस बार जनता सही मायने में उन्हें चने चबवा देगी।
भाजपा को आड़े हाथ लेते हुए अखिलेश ने कहा कि वह कब्रिस्तान और श्मशान की बहस करना चाहते हैं। हम लैपटाप और स्मार्ट फोन की बात करना चाहते हैं। कब्रिस्तान, श्मशान और रमजान दीवाली मामले में फेल हो गये तो कहने लगे कि किसानों का कर्ज माफ करेंगे। कौन से किसानों का माफ करने जा रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि जिस जिस प्रदेश में भाजपा की सरकार है, वहां किसानों का कोई कर्ज माफ नहीं किया गया। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र जहां किसान सबसे ज्यादा आत्महत्या कर रहे हैं, वहां भी नहीं माफ किया। केवल उत्तर प्रदेश का चुनाव देख कर भाजपा के लोग कह रहे हैं कि कर्ज माफ कर देंगे। अखिलेश ने कहा कि उनकी सरकार ने किसानों का 50 हजार रूपये का कर्ज माफ किया था और आने वाले समय में सरकार बनने पर प्रदेश के बैंकों के जरिए एक लाख रूपये का कर्ज माफ करेंगे। सपा अध्यक्ष यहां आलापुर विधानसभा सीट से पार्टी प्रत्याशी संगीता कनौजिया के समर्थन में प्रचार करने आये थे। इस सीट से सपा उम्मीदवार चंद्रशेखर कनौजिया के निधन के बाद चुनाव आयोग ने इस सीट पर मतदान स्थगित कर दिया था। पहले मतदान 15 फरवरी को होना था लेकिन अब नौ मार्च को हो रहा है। कनौजिया के निधन के बाद ही सपा ने उनकी पत्नी संगीता कनौजिया को यहां से प्रत्याशी बनाया।