लखनऊ, आईएएस वीक के दूसरे दिन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव अधिकारियों के प्रति जहां बेहद नरम दिखे वहीं विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों को सौगात भी दी। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर 1983-84 बैच के आईएएस अधिकारियों को अपर मुख्य सचिव का पदनाम देने की घोषणा की। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने अच्छा काम करने वाले अधिकारियों की बेहद तारीफ भी की। उन्होंने कहा कि अधिकारियों में भी गुटबाजी होती है, लेकिन जो अधिकारी अच्छा रिजल्ट देगा, वहीं मेरा खास होगा। उन्होंने लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे सहित लखनऊ मेट्रो ट्रेन प्रोजेक्ट पर बेहद तेजी से काम करने वाले अधिकारियों की बेहद तारीफ भी की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मेट्रो ट्रेन को लेकर लोग दूसरे बड़े शहरों का हवाला देते थे कि वहां मेट्रो चलने में सालों लग गए, लेकिन राजधानी में जिस तेजी से इस प्रोजेक्ट पर काम हुआ, उसके पीछे अधिकारियों की मेहनत है। उन्होंने पूर्व मुख्य सचिव और अपने सलाहाकार आलोक रंजन सहित अन्य अधिकारियों की विभिन्न विकासपरक योजनाओं की बेहतर माॅनीटरिंग और काम को लेकर प्रशंसा की। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने एम्बुलेंस सेवा और बुन्देलखण्ड में गरीबों को निःशुल्क वितरीत होने वाले राशन में समाजवादी शब्द जोड़े जाने का भी जिक्र किया।
उन्होंने कहा कि समाजवादी पेंशन के नाम पर केन्द्र सरकार से बहुत खींचा-तानी हुई थी। उन्होंने कहा कि अगर कोई हमसे पूछता है कि किसी योजना का क्या नाम दें तो हम कह देते हैं कि बस समाजवादी जोड़ दो नाम हो जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्र सरकार ने कहा था समाजवादी नाम हटा दो वरना हम मदद नहीं देंगे, लेकिन हमने कहा कि समाजवादी नाम संविधान में है इसे हम नहीं हटा सके। पैसा देना हो दो वर्ना कोई बात नहीं हम इसे समाजवादी योजना ही कहेंगे। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने विपक्षी दलों पर तंज कसते हुए कहा कि हम किसी योजना का उद्घाटन करते हैं, तो पार्टियां कहती हैं कि योजना हमारी थी।