लखनऊ, यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बरेली में भूख से हुई महिला की मौत पर दुख जताया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा है- ‘भूख से एक ग़रीब महिला की मौत कल्याणकारी लोकतंत्र के लिए शर्मनाक है. बीमार महिला अगर राशन लेने ख़ुद नहीं पहुँच पा रही है तो क्या वो भूखी मरेगी? ऐसे मजबूर हालातों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था होनी चाहिए. व्यवस्था के नाम पर बना नियम किसी इंसान के जीवन से बड़ा नहीं हो सकता. अत्यंत दुखद!”
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भूख से एक ग़रीब महिला की मौत कल्याणकारी लोकतंत्र के लिए शर्मनाक है. बीमार महिला अगर राशन लेने ख़ुद नहीं पहुँच पा रही है तो क्या वो भूखी मरेगी? ऐसे मजबूर हालातों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था होनी चाहिए. व्यवस्था के नाम पर बना नियम किसी इंसान के जीवन से बड़ा नहीं हो सकता. अत्यंत दुखद! pic.twitter.com/5tvheE2su7
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) November 16, 2017
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अखिलेश यादव ने कहा, “सिस्टम के नाम पर बनाए गए नियम किसी की जिंदगी से बड़े नहीं हैं, यह काफी दुखद है.” हालांकि, बरेली जिला प्रशासन का कहना है कि शकीना की मौत भूख से नहीं, बल्कि बीमारी से हुई है. वहीं, शकीना के परिवार वालों का कहना है कि उसकी मौत भूख से हुई है, क्योंकि राशन लाने दुकान पर गए उसके पति को राशन इसलिए नहीं दिया गया कि राशन कार्ड शकीना के नाम पर था और वह खुद वहां नहीं जा सकी.
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नायब तहसीलदार, उप-विभागीय मजिस्ट्रेट और जिला आपूर्ति अधिकारी की अधिकारियों के एक दल ने शकीना के पति और उसके बच्चों के बयान रिकॉर्ड किए हैं. भाजपा शासित झारखंड में हाल ही में भूख से एक बच्ची सहित दो लोगों मौत हुई, लेकिन पहले इस पर पर्दा डालने का पूरा प्रयास किया गया था.
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