अखिलेश यादव की पिछड़ी जातियों को जोड़ने की मुहिम शुरू, ये उठाया बड़ा कदम…
February 3, 2018
लखनऊ, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पिछड़ी जातियों मे जनाधार बढ़ाने की मुहिम शुरू कर दी है। अपनी नई रणनीति के तहत वह पूर्वांचल से कल इसकी शुरूआत करेंगे।
यूपी मे पिछड़ी जातियों की भारी संख्या को देखते हुये, अखिलेश यादव अपनी नई रणनीति के तहत पिछड़ी जातियों मे प्रभावी नेताओं, संगठनों और राजनैतिक दलों को समाजवादी पार्टी से जोड़ने की शुरूआत, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के क्षेत्र वाराणसी से करेंगे। वह चार फरवरी को नदेसर स्थित कटिंग मेमोरियल स्कूल के मैदान पर पृथ्वीराज चौहान की जयंती पर आयोजित ‘स्वाभिमान रैली’ को संबोधित करेंगे।
अखिलेश यादव कल 11.00 बजे सम्राट पृथ्वीराज चौहान स्वाभिमान रैली को सम्बोधित करेंगे। वाराणसी में रैली को सम्बोधित करने के पश्चात् पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव लखनऊ न आकर सीधे मुम्बई के लिए प्रस्थान करेंगे। मुम्बई मे अखिलेश यादव 05 बजे सांय सोमैया ग्राउण्ड, सायना चूना भट्टी, मुम्बई में ‘देश बचाओ‘ महारैली को सम्बोधित करेंगे।
पृथ्वीराज चौहान की जयंती पर ‘स्वाभिमान रैली’ का आयोजन जनवादी सोशलिस्ट पार्टी ने किया है। ‘स्वाभिमान रैली’ में वाराणसी समेत आसपास के जिलों के चौहान समाज समेत पिछड़ी जाति के लोग भारी संख्या में भाग ले रहें हैं। जनवादी सोशलिस्ट पार्टी का पूर्वांचल की पिछड़ी जातियों में अच्छा जनाधार है। सूत्रों के अनुसार, 2019 के लोकसभा चुनाव को लेकर शीघ्र ही जनवादी सोशलिस्ट पार्टी का समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन हो सकता है।
सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव का मुख्य आधार पिछड़ी जातियां और मुस्लिम वर्ग रहा। राजनीति मे उन्हे पिछड़े वर्ग के बड़े नेता के रूप मे जाना जाता है। पिछड़ी जातियों के सहयोग ने ही मुलायम सिंह यादव को राजनीति मे कामयाबी दिलायी। अब पिता से सबक लेकर अखिलेश यादव भी पिछड़ी जातियों को समाजवादी पार्टी से जोड़ने और अपना जनाधार बढ़ाने मे जुट गयें हैं।