लखनऊ, समाजवादी पार्टी ने भाजपा सरकार पर आरोप लगोते हुये कहा कि राज्य में विकास का जो बुनियादी ढ़ाचा अखिलेश यादव ने खड़ा किया था भाजपा सरकार उसे ध्वस्त करने को ही अपनी सफलता मानती है।
समाजवादी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा कि समाजवादी सरकार ने अपने कार्यकाल में विकास कार्यों में तेजी लाने के लिए जो जनहितकारी काम शुरू किए थे, उसे भाजपा सरकार ने अपने सात माह के कार्यकाल में ही रोक दिया। जहां एक ओर समाजवादी सरकार ने नौजवानों को रोजगार के साथ सम्मान देने की जिम्मेदारी निभायी वहीं भाजपा ने नौकरी की व्यवस्था को बेकार कर दिया है।
राजेंद्र चौधरी ने कहा है कि अभी पिछले दिनों ही भाजपा सरकार द्वारा पुलिस भर्ती पर लगी रोक अदालती आदेश से हटी है। समाजवादी सरकार में हजारों नौजवानों की भर्ती हुई थी। शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापक बनाकर भी रोजगार के नए द्वार खोले गए थे। सूबे में भाजपा सरकार बनने के बाद 23 मार्च 2017 को एक आदेश पारित कर बेसिक शिक्षा परिषद में शिक्षकों की भर्ती पर रोक लगा दी गई थी। यह स्वागत योग्य है कि माननीय उच्च न्यायालय ने प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापकों और शिक्षा अनुदेशकों की भर्ती पर लगी रोक का आदेश रद्द कर दिया है।
समाजवादी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा कि अजीब बात है कि भाजपा नेता जोर शोर से ‘सबका साथ, सबका विकास‘ का नारा तो लगाते हैं लेकिन समाज को बांटने और आपसी रिश्ते बिगाड़ने का ही काम करते हैं। अखिलेश यादव ने मेट्रो रेल, एक्सप्रेस-वेऔर गोमती रिवरफ्रंट जैसी शानदार योजनाएं लागू की थी। भाजपा के पास आज भी अपना बताने को कोई काम नहीं है। उसने गोमती रिवरफ्रंट की खूबसूरती को झाड़ झरवाड़ में बदल दिया है और एक्सप्रेस-वे की जांचका खूब शोर मचाया जो लड़ाकू जहाजों के उतरने के शोर में दब गया। जनेश्वर मिश्र पार्क और जेपी इंटरनेशनल सेंटर जैसे शानदार निर्माण के मुकाबले भाजपा सरकार एक भी नये निर्माण का उदाहरण प्रस्तुत नहीं कर पारही है। राज्य में विकास का जो बुनियादी ढ़ाचा अखिलेश यादव ने खड़ा किया था भाजपा सरकार उसे ध्वस्त करने को ही अपनी सफलता मानती है।