अखिलेश यादव को ‘कुशवंशियों’ की अनदेखी पड़ेगी मंहगी : भाजपा

इटावा,  भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की इटावा इकाई के प्रवक्ता रोहित शाक्य ने कहा कि पीडीए की वकालत करने वाले समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव को ‘कुशवंशियों’ की अनदेखी आने वाले दिनों में काफी मंहगी पड़ेगी।

शाक्य ने एक बयान में कहा कि सपा अध्यक्ष वैसे तो पीडीए की पुरजोर वकालत करते हैं लेकिन जब कुशवंशियों के यहां दुख जताने का वक्त आता है तो सपा प्रमुख शादी जैसे खुशी वाले समारोह में शिरकत करना अधिक जरूरी समझते है। सपा में काम करने वाले और वोट देने वाले शाक्य, कुशवाहा, मौर्य सैनी समाज को जागरूक होने की आवश्यकता है। शाक्य, कुशवाहा, मौर्य व सैनी समाजवादी पार्टी के तथाकथित पीडीए का हिस्सा नहीं है क्या।

उन्होने कहा कि अखिलेश यादव का लगातार दो बार मांगलिक कार्यक्रमों में आना हुआ । एक अपनी सजातीय महिला महासभा प्रदेश महासचिव अनीता यादव और दूसरा सैफ़ई महोत्सव के प्रबंधक वेदव्रत गुप्ता के यहाँ आना हुआ। दोनों महानुभावों के यहां आना खुशी के मौके पर सपा प्रमुख का हुआ। समस्या ये नहीं है कि वो इनमें क्यों आए, उनकी पार्टी के कार्यकर्ता है उनके अपने है अवश्य आना चाहिए मगर बीती दस फरवरी को सपा के ही जिलाध्यक्ष प्रदीप शाक्य के 18 वर्षीय पुत्र का निधन हुआ जिसमें सपा अध्यक्ष को आने का समय नहीं मिला।

शाक्य का कहना है कि सामाजिक ताने बाने में माना जाता है किसी की खुशी में भले ही शामिल न हो पाओ लेकिन दुःख-दर्द में अवश्य शामिल होना चाहिए लेकिन अपने ही पार्टी के जिलाध्यक्ष के दुःख में शामिल न होना उनके तथाकथित पीडीए पर सवाल खड़ा करता है या यूं कहा जाए कि शाक्य, कुशवाहा, मौर्य व सैनी केवल वोट बैंक बनकर सपा में रह गए है।

Related Articles

Back to top button