लखनऊ, उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने गुरुवार को कहा कि बजट सत्र के पहले दिन राज्य विधानमंडल के संयुक्त सत्र में राज्यपाल के अभिभाषण ‘कट और पेस्ट’ भाषण का एक नमूना था और वास्तव में ऐसा करके सरकार ने राज्यपाल का समय बरबाद किया है।
विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा में भाग लेते हुए अखिलेश यादव ने कहा, “ सरकार ने राज्यपाल का काफी समय बर्बाद किया। राज्यपाल का अभिभाषण कट एंड पेस्ट भाषण था। अभिभाषण में सिर्फ सरकार की उन योजनाओं का बखान किया गया जो सच्चाई से काफी दूर थी और जिन्हे जमीन पर लागू नहीं किया गया है।”
उन्होंने कहा कि अभिभाषण में कही गई बातें 2017 से 2022 तक की हैं। भाजपा ने 2017 में सरकार बनने से पहले अपने संकल्प पत्र (घोषणापत्र) में जो वादे किए थे, उन्हें आज तक लागू नहीं किया गया।
अखिलेश यादव ने कहा कि सत्ता में आने के बाद भाजपा सरकार ने बस एक काम किया और वह था समाजवादी पार्टी (सपा) के शासन में शुरू किये गये विकास कार्यों को रोकना। उन्होंने कहा, “ सरकार दावा कर रही है कि गन्ना किसानों का शत-प्रतिशत भुगतान किया जा रहा है, लेकिन वह किसानों के बकाया के बारे में नहीं बताती है।”
उन्होंने कहा कि सरकार ‘सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास’ की डींग हांकती है, लेकिन उसके पास यह बताने के लिए कुछ नहीं है कि उसने अब तक समाज के किस वर्ग के लिए क्या काम किए हैं या योजनाएं शुरू की हैं।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सपा की मांग है कि जाति आधारित जनगणना की जाये मगर भाजपा सरकार यह करना नहीं चाहती है।
उन्होंने सदन में भाजपा की सहयोगी अपना दल (एस) और निषाद पार्टी की ओर इशारा करते हुये सवाल किया कि क्या वे जाति आधारित जनगणना के पक्ष में हैं। चर्चा के दौरान श्री यादव की वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना से नोकझोंक भी हुई।